सरकार बदलने के बाद भी मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में रेत का अवैध कारोबार बंद नहीं हो पा रहा है। रेत माफिया बेखौफ होकर दिन-रात अवैध रूप से रेत का उत्खनन करने में लगे हुए हैं। सूत्रों की माने तो बाड़ी, उदयपुरा, बरेली, देवरी में यह अवैध काम जोरों से किया जाता है। क्षेत्र के दंबग यहां अवैध वसूली करते हैं, जिस वजह से आए दिन झगड़े होते रहते हैं। आज एक ऐसा ही झगड़ा देवरी थाना क्षेत्र में हो गया। जिसमे गोलीबारी हो गई, हालंकि गोलीबारी में किसी को चोट लगने की कोई खबर नहीं मिली है।
अवैध रुप से रेत निकालने आए दो पक्षों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया और विवाद इतना बाद गया कि गोलीबारी तक हो गई। गोलियां चलने की गोली चलने की आवाज सुनकर आस पास बसे हुए गाँव के लोग डर गए एवं घटना की जानकारी देवरी पुलिस को दी। हालांकि पुलिस के मौका स्थल पर आने से पहले ही झगड़ा करने वाले दोनों ही पक्षों के लोग मौका निकल गए। अवैध उत्खनन करने वाले लोगों के खौफ की वजह से गाँव के किसी भी व्यक्ति ने सामने आकर झगड़ा करने वालों का नाम तक नहीं बताया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार एक पक्ष के द्वारा ट्राली से रेत भरकर ले जाया जा रहा था, उसी समय दूसरे पक्ष के लोगों ने उनसे रॉयल्टी के बारे में पूछ लिया। जिस बात का बुरा पहले पक्ष को लग गया और वह इतना बड़ा झगड़ा बन गया।
रात के समय होता है उत्खनन का काम
रॉयल्टी की चोरी करने के ��िए रात के अंधेरे में रेत से भरे डंपरों को निकाला जाता है। जेसीबी और पोकलेन मशीनें की मदद से रात के अंधेरे में चोरी छिपे अवैध उत्खनन को अंजाम दिया जाता है। परिवहन के नाम पर भी टैक्स की चोरी हो रही है।
सैकड़ो लोग करते है अवैध उत्खनन
बता दें कि यहां हर साल बारिश के महिनों में यहां रेत उत्खनन नहीं की जाती है। इस बात को ध्यान में रखकर रेत माफियाओं में रेत का स्टॉक बड़े पैमाने पर करने का काम शुरू कर दिया जाता है। हर कहीं रेत का स्टॉक करने की होड़ सी लग जाती है। पुरे जिले में मात्र 22 लोगों के पास ही रेत का स्टॉक करने की अनुमति है लेकिन लगभग 200 से अधिक लोगों द्वारा रेत का स्टॉक किया जाता है।