रतलाम| बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड के बाद मध्य प्रदेश में भी लगातार ऐसे ही मामले सामने आ रहे हैं| प्रदेश में पिछले दिनों राजधानी भोपाल के बाद रतलाम में हुए खुलासे के बाद अब कार्रवाई की जा रही है| मामले में जिला महिला बाल विकास अधिकारी सुषमा भदौरिया को उज्जैन कमिश्नर ने सस्पेंड कर दिया है. इससे पहले मामले में महिला सशक्तिकरण अधिकारी रविंद्र मिश्रा पहले ही निलंबित किए जा चुके हैं| वहीं जावरा शेलटर होम योन शोषण मामले में बालिकागृह की अधीक्षिका हंसा पाठक को भी आरोपी बनाते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया है|
मामले में गजेंद्र सिंह समेत दस लोगों से पूछताछ की गई| रतलाम कलेक्टर रुचिका चौहान ने बालिका आवास की मॉनिटरिंग के मामले में कार्यक्रम अधिकारी सुषमा भदौरिया की बड़ी लापरवाही देखी| कलेक्टर रुचिका चौहान ने संभागायुक्त अजीत कुमार को पत्र लिखा था| जिसके बाद संभागायुक्त ने भदौरिया को निलंबित कर दिया गया| सुषमा भदौरिया को उज्जैन अटैच किया गया है| मामले में कलेक्टर ने कहा है पूरे मामले को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में चलवाने की कोशिश जारी है और इस मामले में जो भी जिम्मेदार दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी| वहीं एसपी गौरव तिवारी ने एसटीएफ का गठन कर दिया है, और 15 दिनों में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं| पुलिस को मानव तस्करी की आशंका है|
गौरतलब है कि जिले के जावरा में स्थित शेल्टर होम कुंदन कुटीर आश्रय गृह में बच्चियों का यौन शोषण का मामला सामने आया है| मामला तब सामने आया जब पिछले हफ्ते 24 जनवरी को शेल्टर होम से भागी पांच बच्चियों ने ये खुलासा किया| बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष और उनके पति पर शोषण का आरोप लगा है| रचना भारती शराब पीकर बच्चियों से मारपीट करती थी और फिर अपने पति से उनका यौन शोषण करवाती थी| बच्चियों ने आरोप लगाए हैं कि वहां रहने वाली लड़कियों के साथ दरिंदगी की जाती थी| विरोध करने पर उनके साथ मारपीट होती थी. लड़कियों का आरोप है कि शेल्टर होम की संचालिका का पति उनका यौन उत्पीड़न करता था| मामले में जावरा शहर थाना पुलिस ने इस मामले में पोक्सो एक्ट और विभिन्न धाराओं में चार लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कर जिला रचना भारती, ओमप्रकाश शर्मा और दिलीप बरैया को गिरफ्तार किया है|