सागर| निर्माण कार्यों में आर्थिक अनियमितता व बिना निर्माण कराए ही फर्जी तरीके से एक करोड़ 40 लाख से ज्यादा राशि का आहरण करने पर केसली जनपद पंचायत की सीईओ पर गाज गिरी है| संभाग आयुक्त आनंदकुमार शर्मा ने केसली जनपद पंचायत की सीईओ अंजना नागर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। कमिश्नर शर्मा ने ये कार्रवाई जिला पंचायत सीईओ चंद्रशेखर शुक्ला के प्रतिवेदन पर की है।
जिले में फर्जी तरीके से इतनी बड़ी राशि निकालने का यह पहला मामला बताया जा रहा है। सीईओ अंजना नागर पर आरोप है कि उन्होंने बिना काम कराए जनपद पंचायत से 1.40 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान कर दिया। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी चन्द्रशेखर शुक्ला ने कलेक्टर प्रीति मैथिल को अवगत कराया था कि केसली जनपद पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री अंजना नागर द्वारा केसली में चल रहे निर्माण कार्यो में गंभीर वित्तीय अनियमितता की जा रही है। जिला पंचायत सीईओ ने कहा था कि जनपद पंचायत के सभी कार्यों में शासन के प्रावधानों को अनदेखा कर नियम विरुद्ध भुगतान कर राशि का दुरूपयोग किया गया है, जो गबन की श्रेणी में आता है। इसकी जांच ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री और केसली जनपद पंचायत के सहायक यंत्री से कराई गई थी, जिसमें सीईओ सुश्री नागर द्वारा कई गंभीर वित्तीय अनियमितता करना पाया गया था। कलेक्टर की अनुशंसा पर संभाग आयुक्त आनंदकुमार शर्मा ने जनपद सीईओ अंजना नागर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
आरोप है कि उन्होंने पुराने कामों को नया बताकर फर्जी मस्टर रोल के जरिए राशि निकाल ली, वहीं उन पर ग्राम पंचायत चौराडोगरी में खेल मैदान निर्माण की राशि का अनाधिकार उपयोग। ग्राम पंचायत टड़ा में शांतिधाम निर्माण में राशि का अनाधिकृत उपयोग। ग्राम पंचायत महका पिपरिया के ग्राम ढेचुआ में सुदूर सड़क निर्माण के भुगतान में अनियमितता। ग्राम जैतपुरा के खेल मैदान के कार्य में फर्जी भुगतान करने के आरोप भी नागर पर है|