सीहोर| डेंगू मलेरिया और चिकनगुनिया को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। जिला मलेरिया अधिकारी श्रीमती क्षमा बर्वे ने बताया कि लेकर बुखार आना, एक दिन छोडकर बुखाना आना, बुखार के साथ पसीना आने के बाद उतर जाना ये मलेरिया के लक्षण हैं।
मलेरिया से बचाव के लिए छत पर रखे पानी की खुली टंकियों में मच्छर पैदा होते है। कूलर के एमत्र जल में टूटे बर्तन, खुले हुए मटके कुल्हड गमलों मे जमा पानी में भी मच्छर पैदा होने की संभावना ज्यादा रहती है। श्रीमती वर्बे ने बताया कि डेंगू एडिज मच्छर के काटने से हाता है। डेंगू के लक्षणों में 2 से 7 दिनों तक बुखार आना , सिर दर्द, जोडों में दर्द,लाल चकते, व दाने छाती को दोनों हाथों पर दाने आना इसके लक्षणों में शामिल है। मव्छर से बचाव के लिए मच्छरानी का उपयोग किया जाना जरूरी है। नीम की पत्ती का धुआं ऐसे कपडों का उपयोग करना जिससे पूरा शरीर ढंका रहे। खिडकी व दरवाजें में मच्छरजाली लगवाना जरूरी है।
जिला मलेरिया अधिकारी के अनुसार चिकगुनिया बुखार चिक नामक वाईरस की वजह से होता है। इसमें अचानक तेज बुखार होना, ठण्ड लगना, जोडो में दर्द खासर्तार से हाथ की उंगलियों,पैर के छोटे के जोडों में दर्द व बुखार इसके प्रमुख लक्षण है। बुखार की स्थिति में नजदीक स्वास्थ्य केन्द्र में खून की जांच कराएं तथा चिकित्सक से मिलकर उपचार कराएं। घर के आसपास गंदा पानी जमा नहीं होने दें यदि पानी जमा हो तो मिट्टी से ढक देना या जला हुआ आइल चाहिए।