सीहोर। अनुराग शर्मा |सोमवार रात्रि हल्के काले बादल करीब 10 बजे तेजी से बरसने लगे और दो घंटे जारी रही तेज बारिश ने आधी रात को शहर में त्राहि त्राहि मचा दी।कल रात्रि को हुई तेज बारिश के बाद शहर की प्रमुख मेन रोड की सड़क तीन फीट पानी मे डूब गई। मुख्य मार्गों की दुकानों में पानी भराने से करोड़ों का नुकसान हो गया। तो वही कई घरों में बारिश का पानी भरा गया।
स्थिति यह बनी की शहर के ज्यादातर हिस्से इस बारिश के बाद जलमग्न हो गए और आधी रात लोगों को अपने घरों में जमा पानी निकालने में मशक्कत करना पड़ी।सोमवार को शहर में बाढ़ के हालात निर्मित होने के बाद प्रशासनिक व्यवस्थाओ की पोल भी खुल गई और लोग आक्रोशित नजर आए।बारिश थमने के बाद आधी रात को जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया और आमजन पूरी रात जगकर घरों और दुकानों में जमा पानी को निकालने में मशक्कत करते नजर आए।इन हालातों में आम आदमी जब मुसीबतों से जूझ रहा था ,उस समय जिम्मेदार अपने घरों में दुबके रहे।नगरपालिका अध्यक्ष और विधायक को इन हालातों में सहायता के लिए लोगो ने फोन तो लगाए,लेकिन यह जिम्मेदार मौके पर नही पहुचे।प्रशासनिक तंत्र भी इन हालातों पर कबू पाने में विफल साबित हुआ और प्रशासनिक अधिकारी भी बारिश के बाद उपजे बिगड़े हालातो को देखने रात को सड़कों पर नही निकले।
प्रभारी मंत्री का किया घेराव, किया चक्का जाम
मंगलवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे गैस एवम राहत मंत्री जिले के प्रभारी मंत्री आरीफ अकील का नगर के मंडी रहवासियों ने घेराव कर लिया। जहाँ पर कई लोगों के घरों में पानी भरा गया था। आक्रोशित लोगों ने गंगा आश्रम, कोतवाली, गंज, मंडी, देवनगर कालोनी के लोगो ने चक्का जाम किया।
सोमवार रात्रि मौसन की अब तक की सबसे तेज बारिश शहर में आफत बनकर आई।करीब 10 बजे बारिश शुरू हुई और दो घंटे तक तेज बारिश का क्रम बना रहा।इस दौरान करीब 4 इंच बारिश दर्ज की गई।तेज बारिश के कारण शहर के मुख्यमार्ग सहित कई इलाकों में बाढ़ के हालात निर्मित हो गए।मुख्यमार्ग पर करीब तीन फीट तक पानी भरा गया जो दुकानों में घुस गया ।इस पानी को निकालने में लोगो का काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।शहर के गंज क्षेत्र के रानी मौहल्ला में दो घंटे की बारिश मानो आफत बन गई और लोगी के घरों में पानी भरा ���या।बताया जा रहा है कि बारिश के कारण कई घरों का सामान बहकर सड़को पर आ गया और आधी रात लोग अपने घरों में घुसे पानी को निकालने में जोरआजमाइश करते दिखे।इसी तरह इंग्लिसपुर क्षेत्र में नाले किनारे बसे कई मकानों में जमकर पानी घुस गया और कइयों को आधी रात अपने छत���ं पर आसरा लेना पड़ा।
शहर के सभी नाले ओवरफ्लो होकर निकले
कल रात तेज बारिश के बाद शहर के मध्य से बहने वाला मछली पुल पर पानी बहकर ऊपर से निकल गया।इसी तरह बकरी पुल भी कल रात हुई तेज बारिश के बाद ऊपर से3 बहकर निकल गया और इस मार्ग पर सुबह 4 बजे तक आवाजाही बन्द रही।पुल पर तेज पानी आने के कारण यहाँ स्थित आसपास के रहवासी क्षेत्रो में पानी घरों में घुसने के कारण लोगो को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ा ।आज सुबह नगरपालिका का अमला इन क्षेत्रों में पहुचा ओर राहत कार्य मे जुट गया।शहर के कई हिस्सो में पेड़ धराशायी होकर सड़को पर गिर गए।कई क्षेत्रों में बिजली के तार टूट जाने से बिजली आपूर्ति कल रात से ही ठप्प हो गई थी,जिसे सुधारने का कार्य सुबह तक चल रहा था।
इंड्रस्टी एरिया डूबा,फैक्टरियां भी हुई जलमग्न
मंडी क्षेत्र में भी कल रात्रि हुई तेज बारिश से जनजीवन बेहाल हो गया ।आधी रात को क्षेत्र की कई निचली बस्तियां डूब में आ गई और लोगो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।स्थिति यह बन गई कि मंडी क्षेत्र में स्थित इंड्रस्टी एरिया भी डूब में आ गया और कई फैक्टरियों में पानी घुस गया ।इसी तरह रेलवे अंडर ब्रिज से गुजरने वाले मार्ग पर कई फ़ीट पानी भर गया और लोगो को शहर में आने के लिए ओवर ब्रिज का सहारा लेना पड़ा।इसी तरह आज सुबह तक कई ग्रामीण क्षेत्रो का शहर से संपर्क टूट रहा।
नदिया, तालाब लबालब
सोमवार रात्रि में हुई तेज बारिश के बाद जिले के सभी नदियों के जलस्तर में तेजी से इजाफा हुआ है।बताया जा रहा है कि शहर की प्यास बुझाने वाले प्रमुख जमुनिया तालाब में कल रात के बाद तेजी से जलस्तर बड़ा है और करीब 26 फ़ीट तक जमुनिया तालाब भरा गया है।
नाला सफाई और सीवरेज सिस्टम पर सवाल
हाल ही में पिछले साल शहर के मध्य से बहने वाले नाले का गहरीकरण ओर चौड़ीकरण का कार्य हुआ है।इस कार्य मे नगरपालिका द्वारा करोड़ो रुपए खर्च किये गए,लेकिन कल रात हुई बारिश के बाद सड़को पर जमा पानी की निकासी नाले में सुचारू नही रही और सड़कों पर जमा पानी घरों में घुसने लगा।इसी तरह शहर में हाल हेर में सीवरेज सिस्टम का कार्य करोड़ो की लागत से पूरा हुआ ,लेकिन मौसम के पहली तेज बारिश ने इस व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए।स्थिति यह बनी की चेम्बर का गंदा पानी सुचारू निकासी न होने के कारण लोगो के घरों में घुसने लगा।कई क्षेत्री में पानी निकासी को लेकर आम जनों ने इन चेम्बरो के ढक्कन भी खोलने पड़े।