सीहोर। अनुराग शर्मा।
मध्य प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था चरमरा चुकी है। प्रदेश के ज्यादातर सरकारी स्कूलों में शिक्षकों का टोटा पड़ा है। यही कारण है कि शिक्षा की गुणवत्ता का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। सीहोर जिल़े के ग्राम खारी में शासकीय स्कूल में जिला शिक्षा विभाग की ओर से 12 वीं पास शिक्षक को प्रभारी प्राचार्य बना दिया गया है। अब उनकी योग्यता को लेकर सवाल उठ रहे हैं। वहीं, एक ही स्कूल में एक साथ दो लोगों को प्राचार्य बना दिया गया है। इस संबंध जिला शिक्षा अधिकारी को एक सिकायती पत्र प्राचार्य द्वारा लिखा गया है।
इस पत्र में बताया गया है कि चंद्रपाल सिंह राजपूत को सीहोर जिले के बिलकिसगंज के ग्राम खारी स्थित शासकीय स्कूल का प्रभारी प्राचार्य बनाया गया था। लेकिन उनकी योग्यता महज़ 12 वीं पास है। शिक्षा विभाग ने बिना जांच के ही कम योग्य व्यक्ति को प्राचार्य बना दिया। ऐसा कहा जा रहा है कि जिस समय यह नियुक्ति की गई उस वक्त कोई वैकल्पिक व्यवस्था के आभाव में उनकी नियुक्ति की गई थी। शिकायत में कहा गया है कि प्राचार्य चंद्रपाल का कार्यकाल पाटनी के स्कूल में संतोषजनक नहीं रहा है। वहीं, यह भी कहा गया है कि इनके कार्यकाल के दौरान खारी हाई स्कूल का परीक्षा परीणाम 30 फीसदी ही रहा है। इसलिए उनको हटाया जाए और नए प्राचार्य को कार्यभार सौंपा जाए।
सीहोर ज़िला शिक्षा अधिकारी एसपी सिंह बिसेन का इस मामले में कहना है कि शिक्षा विभाग द्वारा यह फैसला शिक्षकों की कम संख्या के कारण लिया गया होगा। चंद्रपाल से अधिक योग्य कोई शिक्षक नियुक्ति के समय नहीं होगा इसलिए विभाग की ओर से उन्हें प्रभार दिया गया होगा। उन्होंंने कहा कि फिलहाल उन्हें इस संबंध में अधिक जानकारी नहीं है। इसलिए मामला समझने के बाद ही कोई उचित कार्रवाई की जा सकेगी।