शुजालपुर। संतोष राजपुत।
शाजापुर जिले के शुजालपुर में शनिवार को शहर की स्कूली छात्राओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व महिलाओं के बीच पुलिस अधीक्षक ने पहुंचकर गुड टच और बैड टच के बीच में अंतर समझाने सहित पुलिस द्वारा महिलाओं को असहज स्थिति में की जाने वाली मदद के बारे में विस्तार से बताया। हालांकि कार्यक्रम में एसपी एक घंटा देरी से पहुंचे और बालिकाओं को इंतजार करना पड़ा।
आपको बता दें कि शुजालपुर के भीलखेड़ी रोड स्थित निर्मल श्री गार्डन में स्थानीय पुलिस द्वारा आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में शनिवार को 11 बजे स्कूली छात्राओं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व महिलाओं को वाहनों में लाया गया। महिला अपराधों में हो रही बढ़ोतरी के चलते जागरूक करने व कानूनी मदद की जानकारी देने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में एसपी पंकज श्रीवास्तव एक घंटा देरी से पहुंचे। आयोजन में निजी स्कूल संचालिका गीता देशमुख आशा मारवाड़ी सहित अन्य ने भी अपने विचार रखे व बालिकाओं से निर्भीक होकर जीवन में आगे बढ़ने व असहज स्थिति में पुलिस की मदद लेने का आह्वान किया।
एसपी श्रीवास्तव ने बालिकाओं व महिलाओं से आह्वान किया कि वे समाज में निर्भीक होकर रहे तथा जब भी उन्हें किसी भी क्षण असुरक्षा व असहजता के आभास हो तो वे नजदीकी पुलिस थाना की मदद ले। महिला अधिकारियों के नंबर भी उपस्थित जनों को सेव कराए गए ताकि आपात स्थिति में मदद की जा सके। एसपी ने आयोजन में मौजूद बालिकाओं से one-to-one बातचीत करते हुए उनकी जिज्ञासाओं का समाधान भी किया। उन्होंने कहा कि पुलिस सबकी मदद करती है पुलिस की छवि सहयोगात्मक रवैए की है, बालिका जब भी मदद मांगेगी अधिकारी को तत्परता से प्राथमिकता से सहयोग करने के निर्देश दिए गये है। एसडीओपी व्हीएस द्विवेदी ने भी संबोधित किया।
महिलाओं को भारतीय दंड संहिता की धारा के माध्यम से दी जाने वाली मदद के बारे में महिला उपनिरीक्षक प्रेमलता खत्री ने विस्तार से बताया।