सिंगरौली।
मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में लोकायुक्त की टीम ने कार्रवाई करते हुए जनपद पंचायत चितरंगी में पदस्थ कर्मचारी राजेश पांडेय को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। आरोप है कि चितरंगी ने पीड़ित को विवाह योजना के तहत लाभ दिलाने का वादा कर पांच हजार रिश्वत की मांग की थी।यह कार्रवाई रीवा लोकायुक्त द्वारा की गई है।
मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार को सिंगरौली जिले के जनपद चितरंगी में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 राजेश पाण्डेय पिता हीरालाल निवासी झरिया जिला सीधी को पांच हजार रूपये की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने गिरफ्तार किया। शिकायकर्ता अवधेश सिंह गोड़ की चचेरी बहन फूलमती को कर्मकार कल्याण मण्डल के अंतर्गत कन्या विवाह योजना के तहत 51 हजार रूपये स्वीकृत हुए। जनपद के बाबू पर आरोप है कि उसने इस राशि के भुगतान के बदले में दस हजार रूपये की मांग रखी। पांच हजार रूपये एडवांस और पांच हजार रूपये योजना की राशि मिलने के बाद देने को कहा था। इसके बाद रिश्वत मांगे जाने की शिकायत बहरी निवासी अवधेश सिंह गोड़ द्वारा लोकायुक्त कार्यालय रीवा में की गई थी। निरीक्षक अरविन्द तिवारी के नेतृत्व में मंगलवार को टीम ने योजना बनाई और सिंगरौली पहुंची जहां जैसे ही बाबू ने शिकायतकर्ता से पांच हजार रूपये लिए वैसे ही टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया।लोकायुक्त ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की।