सिंगरौली। राघवेंद्र सिंह।
एनसीएल के जयंत परियोजना स्थित नेहरू शताब्दी चिकित्सालय अपनी बदहाली, कमीशन व डॉक्टरों की लापरवाही के कारण आए दिन सुर्खियों में रहता है। लेकिन एनसीएल व जिला प्रशासन सब सुन-देखकर भी आंखों पर पट्टी बांधे बैठा है, जिससे अच्छे इलाज की चाह लेकर अस्पताल की शरण में जाने वाले मरीज स्वस्थ की जगह दम तोड़ दे रहे हैं। नेहरू शताब्दी चिकित्सालय का ऐसा ही एक मामला और प्रकाश में आया है, जहां शिवम मेडिकल के संचालक की दबंगई और डॉक्टरों की लापरवाही के कारण कोतवाली थाने के हरदी निवासी मरीज ने असमय बेड पर दम तोड़ दिया।
पूरे मामला पर एक नजर
मामला नेहरू चिकित्सालय जयंत का है जहां बीते 9 मई को शीला पाण्डेय को उनके परिजनों ने हृदय विशेषज्ञ डॉक्टर एस.के. विश्वास को दिखाया, जहां उनकी सलाह पर आईसीयू में मरीज को भर्ती कराया। और दवा शिवम मेडिकल से खरीदा वहीं दूसरी बार दवा लेने जब परिजन गये तो कुछ पैसे कम पड़ गए, जहां मेडिकल संचालक से कुछ देर से पैसे देने की बात हुई अब बीच में ऐसा न जाने क्या हुआ कि मेडिकल संचालक दवा जाने के बाद तुरंत पैसे की मांग करने लगा और कहां कि पैसे नहीं है तो दवा मत कराओ और अपने एक अधिनस्थ कर्मचारी को भेजकर डॉक्टर की उपस्थिति में आईसीयू से दवा उठाकर ले आया, जिससे गंभीर मरीज की मौत हो गई।
परिजनों ने डॉक्टर व मेडिकल संचालक पर लगाए गंभीर आरोप
संजय पांडेय निवासी हर्दि ने डॉक्टर व शिवम मेडिकल के संचालक के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग की है। श्री पांडेय इस मौत का जिम्मेदार डॉक्टर व मेडिकल संचालक को बताया। कहा कि यदि डॉक्टर ने दवा ले जाने से रोक लिया होता तो शायद मेरे मरीज की मौत ना होती।अब देखना होगा कि दोषियों के खिलाफ क्या कार्यवाही होती है..?