जबलपुर| एक तरफ जहां देश भर की केंद्रीय सुरक्षा संस्थानों को निजीकरण करने में सरकार लगी हुई है वही दूसरी तरफ देश की अग्रणी फैक्टरी ऑर्डन्स फैक्टरी खमरिया सेना को और शक्तिशाली करने में जुटी है। जबलपुर की ऑर्डन्स फैक्ट्री खमरिया ने मल्टीमोड हैंड ग्रेनेड इजात किया है जिसकी मारक 50 मीटर तक की है | खास बात ये है कि ये हैंड ग्रेनेड दोहरी मार करता है।
दअरसल, 2010 में भी ओएफके फैक्टरी में हैंड ग्रेनेड बने थे पर सेना ने उस हथगोले को रिजेक्ट कर दिया था | इतना ही नही इससे पहले बनाए गए बम 40 से 50 % बार ब्लास्टिंग के दौरान खाली जा रहे थे वही टाइमिंग को लेकर भी फेल हो रहे थे। ओएफके फैक्टरी के सीनियर जनरल मैनेजर ए के अग्रवाल ने बताया कि अब जो हैंड ग्रेनेड बनाये गए है वो पहले वाले हथगोले की अपेक्षा न सिर्फ हल्के है बल्कि उनकी टाइमिंग भी बेजोड़ है। मल्टीमोड हैंड ग्रेनेड की फटने की टाइमिंग भी कम और बिल्कुल सटीक है।
दुश्मन के लिए घातक है यह हैंड ग्रेनेड
फैक्टरी प्रबंधन ने टेस्टिंग के लिए मल्टीमोड हैंड ग्रेनेड को सेना के अधिकारियों के समक्ष ब्लास्ट कर चेक भी किया जिसमें 900 मर्तबा ब्लास्ट करने में सिर्फ 2 ही ब्लास्ट खाली गए है जो कि ओएफके फैक्टरी के द्वारा बनाए गए हैंड ग्रेनेड को 99.98% सफल माना जा रहा है। मल्टीमोड हैंड ग्रेनेड को लेकर श्री ए के अग्रवाल कि माने तो जो पुराने हैंड ग्रेनेड था वो 36 टुकड़ो में फटता था जबकि मल्टीमोड बम के फटने से 5 हजार से ज्यादा पिने निकलती है जो कि दुश्मनों के बेहद ही घातक साबित होगी।फिलहाल फैक्टरी प्रबंधन ने 2010 के रुके हुए आर्डर को फिर से बनाना शुरू कर दिया है जो कि जल्द ही सेना को दिए जाएंगे।