kamal Patel का अनोखा अंदाज, गुड़ बनाने का वीडियो वायरल

भोपाल/नरसिंहपुर, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर (Narsinghpur) का गुड़ (jaggery) देशभर में फेमस है। गुड़ के लिए प्रसिद्ध नरसिंहपुर में गुड़ बनाने का काम जोरों शोरों से चल रहा है। मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल (Agriculture Minister Kamal Patel) और गुड़ का एक अलग ही रिश्ता देखने को मिला है, जहां कमल पटेल (Kamal Patel) ने खुद खेत में लगी गुड़ की भट्टी पर कढ़ाई में चाप चलाकर गुड़ बनाया।

 

यह पूरा वाक्या नरसिंहपुर के खमरिया गांव का है, जहां कृषि मंत्री कमल पटेल (Kamal Patel) का एक अलग ही रूप देखने को मिला। दरअसल खमरिया में गुड़ बनाने का काम चल रहा था और कृषि मंत्री कमल पटेल यहां से होकर गुजर रहे थे जैसे ही कमल पटेल को गुड़ की सौंधी सुगंध आई वह अपने आप को रोक नहीं पाए और किसान (Farmer’s) के खेत में पहुंचकर जैविक तरह से तैयार हो रहे गुड़ की पहले तो विधि के बारे में जानकारी ली और फिर भट्टी पर गुड़ की कढ़ाई चला रहे किसान से बलीचा लेकर खुद गुड़ बनाने में लग गए।

कृषि मंत्री का गुड़ बनाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वहीं कृषि मंत्री कमल पटेल ने गुड़ बनाने के साथ-साथ जैविक (Organic) फसलों का भी जायजा लिया। कमल पटेल ने गुड़ बनाने की तकनीक को लेकर किसान से डिटेल में जानकारी ली। वहीं कृषि मंत्री को गुड़ बनाते देख वहां मौजूद हर कोई हैरान रह गया।

गुड़ बनाने के बाद कृषि मंत्री कमल पटेल ने प्राकृतिक गेहूं और गन्ने की फसलों के साथ ही सब्जियों का भी जायजा लिया ‌। किसान द्वारा जैविक तरीके से की जा रही खेती की तारीफ करते हुए कमल पटेल ने ज्यादा से ज्यादा किसानों से इस पद्धति को अपनाने की अपील की है। कमल पटेल का कहना है कि जैविक खेती करने से लोगों के स्वास्थ्य में सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा साथ ही जमीन भी इससे अच्छी बनी रहेगी। कमल पटेल का मानना है कि जैविक खेती करके हम अपनी जमीनों को रसायन के साइड इफेक्ट से बचा सकते हैं। जैविक खेती से जमीन भी उपजाऊ रहेगी।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।