बागली रियासत के महाराज राजा छत्रसिंह जी का निधन, क्षेत्र में छाई शोक की लहर

देवास/बागली, सोमेश उपाध्याय। बागली रियासत के महाराज राजा छत्रसिंह जी का आज निधन हो गया। राजा साहब के निधन के समाचार से क्षेत्रभर में शोक की लहर छा गई है। उन्होंने 92 वर्ष की आयु में आज दुनिया से अलविदा कह दिया। बता दें राजा साहब खण्डवा की पूर्व महापौर भावना शाह के पिता व प्रदेश सरकार के वन मंत्री विजय शाह के ससुर थे।

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आपको बता दें, राजा साहब ने सन् 1956 के बाद स्थापित हुए मध्यप्रदेश के पहले राज्य विधानसभा चुनाव में हिन्दू महासभा की और वे यहां से प्रत्याशी भी रहे है। हालांकि बाद में वे पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व.माधवराव सिंधिया के आगृह पर कांग्रेस में शामिल हो कर चुनाव लड़े। सरल-सहज स्वभाव के दिवगन्त महाराज के ग्वालियर रियासत से करीबी सम्बन्ध होने के साथ ही पूर्व सीएम दिग्विजयसिंह, पूर्व मंत्री स्व.महाराज तुकोजीराव पंवार से भी मधुर सम्बन्ध रहे हैं। राजासाहब के परिवार में एक पुत्र युवराज कु.राघवेन्द्र सिंह समेत 4 पुत्रियां, खण्डवा की पूर्व महापौर श्रीमती भावना शाह, श्रीमती संचिता सिंह, श्रीमती रेणु सिंह व श्रीमती मयूरी सिंह सहित भरा पूरा परिवार है, जहां उनके निधन के बाद परिजनों में शोक का माहौल है। बता दें, वे खण्डवा की पूर्व महापौर भावना शाह के पिता व प्रदेश सरकार के वन मंत्री विजय शाह के ससुर थे। बागली को अनुविभाग मुख्यालय का दर्जा दिलवाने में स्वर्गीय राजा छत्रसिंह जी का बहुत बड़ा योगदान रहा।

राज-परिवार की परंपरा से होगी अंत्येष्टि

स्वर्गीय राजा छत्रसिंह जी की अंत्येष्टि रियासत कालीन परम्परानुसार चम्पाबाग में सम्पन्न होगी। इसके पूर्व राजा साहब का पार्थिव देह का नगर भृमण आज दोपहर बाद राजमहल(गढ़ी) से आरम्भ होकर बागली नगर में किया जाएगा।

शोक स्वरूप नगर रहेगा बन्द

राजा साहब के निधन के समाचार के बाद व्यापारी संघ द्वारा आज बागली क्षेत्र बन्द का निर्णय लिया गया है। शोक स्वरूप बागली की सभी दुकाने आज बन्द रहेंगी।

राजा साहब के निधन के समाचार के बाद क्षेत्रभर में शोक का सन्नाटा छा गया है। मंत्री परिषद के कई सदस्यों सहित पूर्व मंत्री दीपक जोशी, क्षेत्रीय विधायक पहाड़ सिंह कन्नौजे, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, हर्षवर्धन सिंह आदि समेत क्षेत्रवासियों ने शोक जताया।


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Lalita Ahirwar

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