"राजमाता अहिल्या बाई होल्कर" उन्होंने ने ना सिर्फ मध्यप्रदेश बल्कि पूरे भारत में धर्म और नारीत्व की मिशाल बनाई।

उनका जन्म महाराष्ट्र में हुआ लेकिन वह बहू  बनी मध्यप्रदेश की। अपने गुणों दृढ़ संकल्प से उन्होंने सारे देश को संवारा। तो आइए जानते है इस महान रानी के बारे में कुछ रोचक तथ्य।

अहिल्याबाई होल्कर का जन्म एक ऐसे युग में हुआ था जब महिलाओं के शिक्षा को भारतीय समाज में वर्जित माना जाता था।  हालाँकि, उसके पिता ने उसे पढ़ना और लिखना अच्छी तरह से सिखाया।

मल्हार राव को अहिल्या की  भक्ति और पवित्र चरित्र इतना पसंद आया की उन्होंने उसका विवाह अपने पुत्र खंडेराव से कर दिया गया।

पति, बेटे और ससुर की मौत के बाद अहिल्या ने गद्दी संभाली। एक ब्रिटिश फिलोस्पर ने उन्हें The philosopher queen की उपाधि भी दी है।।

अहिल्याबाई होल्कर के शासनकाल को भारतीय इतिहास में सबसे अच्छी तरह से प्रशासित शासनों में से एक कहा जाता है। जहां त्यौहार, दान अभियान आदि एक आदर्श थे।

अहिल्याबाई होल्कर के प्रमुख विकासों में से एक इंदौर भी है। उन्होंने एक छोटे से गाँव को एक समृद्ध शहर में बदल दिया था।

उन्होंने अपने जीवन में कई मंदिरों को बनवाया और हिन्दू धर्म के लिए कई काम भी किए।

अहिल्याबाई होल्कर को हिमालय से शुरू होकर दक्षिणी भारत में समाप्त होने वाली पानी की टंकियों, सड़कों, घाटों, विश्रामगृहों आदि जैसी बुनियादी सुविधाओं का निर्माण करने के लिए याद किया जाता है।