रात की रानी का तेल या इत्र (Essential oil) स्किन समस्याओं जैसे मुहांसे, चोट के निशान, दाग-धब्बे, पिम्पल में लगाने पर फायदा करता है. कॉस्मेटिक इंडस्ट्री के कई प्रोडक्ट्स, शैम्पू, लोशन आदि बनाने में इसका प्रयोग किया जाता है l
अरोमाथेरेपी के अनुसार रातरानी का इत्र (Raat ki rani attar) प्रयोग करने से डर, दुःख और निराशा के भाव दूर होते हैं. रातरानी का अत्तर, परफ्यूम आत्मविश्वास, आशा और उत्साह के भाव को जगाते हैं l
इसके एसेंशियल आयल या तेल की खुशबु माहौल में प्रेम और रोमांस का मूड बनाते हैं. रात की रानी की खुशबू शरीर की ऊर्जा को जाग्रत करने, संरक्षित करने और बैलेंस करने का काम करती है l
रातरानी (Raatrani) की पत्तियों में मच्छर भगाने का गुण होता है. इसके फूल और पत्तियों को पीसकर आंगन में छिड़काव करने से शाम को मच्छर नहीं आते l
रातरानी की पत्ती को पीसकर सूजन वाली जगह पर पुल्टिस बांधने से सूजन कम होती है l
मुंह में छाले होने पर रात की रानी की एक पत्ती का टुकड़ा मुंह में डाल कर कूंचे. रस को छाले वाली जगह पर फिराएं फिर सब थूक दें. 1 दिन में 2-3 बार ऐसा करें, छाले ठीक होंगे l