टाइटैनिक जहाज उस समय के हिसाब से सबसे मॉडर्न और लग्जरी था, जिसमें हर तरीके की सुविधा मौजूद थी। इसे जो भी देखता था बस देखता ही रह जाता था।
टाइटैनिक जहाज बहुत बड़ा और भारी था, जिसे चलाने के लिए सिर्फ एक दिन में 600 टन कोयला लगता था। इसे भट्टी में डालने के लिए 176 मजदूर काम करते थे।
टाइटैनिक में फर्स्ट क्लास पैसेंजर्स के लिए बीयर, वाइन, सिगार जैसे कई चीजें मौजूद होती थी। जहाज के अंदर डेली बुलेटिन नाम का अपना एक अखबार चलता था।
टाइटैनिक जहाज में कई सारे म्यूजिशियन थे, जिन्हें गाने हमेशा याद रखने के लिए कहा गया था। सभी पैसेंजर्स को म्यूजिक बुक दी गई थी, सब अपनी फरमाइश पर गाने सुनते थे।
रात के वक्त जब टाइटैनिक आइसबर्ग से टकराया तो अफरा-तफरी मच गई। ऐसे में लोगों को लाइफ बोट्स की मदद से बाहर निकाला गया। लेकिन लाइफ बोट्स की कमी थी।
टाइटैनिक जहाज की आप कोई भी फोटो देखेंगे तो उसमें आपको 4 चिमनियां दिखेंगी। असल में सिर्फ 3 चिमनियां थीं, 1 सिर्फ शो के लिए लगी थी।
टाइटैनिक जहाज पानी में ही डूब गया और इसका मलबा 1985 में न्यूफाउंडलैंड के कोस्ट पर 12,500 फीट नीचे मिला था। सालों बाद मिले इस मलबे को देखकर लोग हैरान थे।
जहाज के डूबने से पहले यात्रियों को 11 प्रकार के व्यंजन खाने में परोसे गए थे। जब पता चला कि टाइटैनिक डूब रहा है तब म्यूजिशियन सैड म्यूजिक बजा रहे थे।
कहा जाता है कि ऑजर्वेशन डेस्क पर दूरबीन होता तो ये हादसा नहीं होता। कुछ का कहना है कि जिस डेस्क में दूरबीन था, उसकी चाभी नहीं मिल रही थी।
टाइटैनिक हादसे में करीब 1500 लोगों की मौत हुई थी। साल 1997 में फिल्म टाइटैनिक बनी थी, जिसमें केट विंसलेट और लियो डि कैप्रियो लीड रोल में हैं।