मोतियाबिंद में आंखों की पुतली पर सफेद रंग का धब्बा आ जाती है और रोगी की दृष्टि धुंधली पड़ जाती है।
शुरूआत में सचेत होकर यह अपनाए जाएं तो संभव है आपको सर्जरी या ऑपरेशन न करवाना पड़े। आइये जाने मोतियाबिंद के घरेलु उपचार
नींबू के रस को एक चम्मच पानी के साथ मिलाएं। फिर इसमें कॉटन बॉल को भिगोएं। अब बंद पलकों के ऊपर कॉटन बॉल रखें और उसे लगभग 20 मिनट तक रहने दें। इसे दिन में एक बार करे। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं, जो मोतियाबिंद को कम करने में मदद कर सकते हैं।
नींबू
एक कप पानी में एक चम्मच ग्रीन टी मिलाएं और उबाल लें। थोड़ा गुनगुना करके रोजाना दो बार पी सकते हैं। ग्रीन टी में ईजीसीजी नामक तत्व होता है, जो आंखों के लेंस को खराब होने से बचाने और मोतियाबिंद को कम करने में मदद कर सकता है।
ग्रीन टी
रोजाना 1 गिलास गाजर का रस का सेवन करे। गाजर का रस भी मोतियाबिंद के जोखिम से बचाव कर सकता है।
गाजर का रस
हर रोज 5-6 बादाम को एक कटोरी पानी में डालकर रात भर के लिए रख दें।दूसरे दिन भीगे हुए बादाम के छिलके उतारकर सेवन करें। जो मोतियाबिंद का कारण बनने वाले लेंस एपिथेलियल सेल एपोप्टोसिस से बचाव करने में मदद कर सकता है।
बादाम
क गिलास गर्म पानी में एक चम्मच शहद और सेब का सिरका मिलाएं। अच्छी तरह से मिल जाने पर इसका सेवन करें। इसे रोजाना एक गिलास पिए। इससे मोतियाबिंद में रहत मिलेगी।
सेब का सिरका
एक रीसर्च के अनुसार नारियल पानी का इस्तेमाल मोतियाबिंद के लिए किया जा सकता है। क्यूंकि इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व आंखों को तुरंत पोषण प्रदान कर सकते हैं।
नारियल पानी