मध्यप्रदेश हमेशा से रहस्यों का गढ़ रहा है। यहाँ कुछ ऐसे रहस्यमयी मंदिर हैं, जो आज भी लोगों को हैरान कर देते हैं। आइए जानें इनके बारे में।
उज्जैन का महाकाल रहस्यों से भरा है। ऐसे माना जाता है की यह आकाश और धरती का केंद्र है। यहाँ रात में कोई राजनीतिक जनप्रतिनिधि नहीं रुकता। इसका कारण आज भी राज है।
दतिया में स्थित माँ पीताम्बर पीठ का मंदिर अलग कहानी कहता है। यहाँ बगलामुखी देवी विराजमान है। यहाँ राजसत्ता की चाह पूरी होती है और लोग गुप्त रूप से राजसत्ता की मांग करते हुए पूजा अर्चना करते हैं।
जबलपुर के त्रिपुर सुंदरी मंदिर की अलग ही कहानी। कहा जाता है की यहाँ की मूर्ति स्वयं प्रकट हुई थी। बताया जाता है की यह मूर्ति यहाँ द्वापर युग से स्थापित है।
मध्यप्रदेश के बुरहानपुर शहर से 20 किमी दूर आसिरगढ़ किला है, यहाँ का शिव मंदिर अश्वत्थामा की कहानियों से जुड़ा है। कहा जाता है यहाँ अश्वत्थामा को जिसने देखा वो पागल हो गया।
मध्यप्रदेश के गड़ियाघाट माताजी मंदिर में घी से नहीं बल्कि पानी से जलता है। कालीसिन्ध नदी से पानी से यहाँ दीपक जलाया जाता है। यह मंदिर आगर मालवा के नलखेड़ा गाँव से करीब 15 किमी दूर है।
खुजराहो में बसा मातंगेश्वर महादेव का मंदिर कई रहस्यों से भरा है। कहा जाता है की यहाँ आज भी शिवलिंग जीवित अवस्था में हैं। शिवलिंग की ऊंचाई हर साल एक इंच बढ़ती है।