हमारी भारतीय परंपरा में गुरु को भगवान से भी बड़ा दर्जा दिया गया हैं I

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक महान शिक्षक होने के साथ बच्चों  के भी बहुत प्रिय थे

उनका जन्म 5 सितंबर 1888 को तिरूतनी गाँव, तमिलनाडु में हुआ था I 

वे हमारे देश के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति भी रह चुके हैं 

एक महान दार्शनिक, शिक्षाविद, विचारक और राजनीतिज्ञ रहे डॉ. राधाकृष्णन को भारत सरकार द्वारा सन 1954 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था 

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने 13 मई 1962 में देश के दूसरे राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला था 

राष्ट्रपति बनाने के बाद  जब 5 सितंबर को उनके कुछ पूर्व छात्रों ने बड़े स्तर पर उनसे जन्मदिवस मनाने की अनुमति मांगी 

तब उन्होंने सुझाव दिया कि उनका जन्मदिन मनाने की बजाए इस दिन सभी शिक्षकों के सम्मान के लिए शिक्षक दिवस मनाया जाना चाहिए

तब से देशभर में पहली बार 5 सितंबर 1962 में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के अवसर पर शिक्षक दिवस मनाने की शुरुआत हुई

इस तरह शिक्षको को सम्मान देने के लिए हर वर्ष देश भर में 5 सितम्बर का दिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है

हम सब जानते हैं की पृथ्वी के अलावा अभी तक ऐसा कोई ग्रह नहीं हैं जहाँ जीवन की कल्पना भी की जा सके I