हर साल पितृ पक्ष भाद्रपद मास की पूर्णिमा से शुरू होकर अश्विन मास की अमावस्‍या तक 16 दिनों तक चलता हैं I

पितृ पक्ष में अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध किया जाता हैं I

श्राद्ध का मतलब अपने पूर्वजों के प्रति श्रद्धा प्रकट करना और उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करना I

श्राद और पिण्डदान करने से पितृ प्रसन्न होते है और घर की सभी बाधाएँ दूर होती हैं I

साथ ही पूर्वजों को आशीर्वाद हमें मिलता हैं और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती हैं I

वास्तु के अनुसार पितरों का स्थान घर में दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए, उनकी तस्वीर को उत्तर दिशा में मुहँ करके दक्षिण दिशा में रखनी चाहिए I

पितृ पक्ष में रोज शाम को सरसों या गाय के घी का दीया जलना चाहिए I

इस समय कोई भी शुभ काम न करें और न ही कोई नई वस्तु खरीदें I

ब्राह्मणों और गरीबो को भोजन कराए उनका आशीर्वाद ले और जितना हो सके दान-पुण्य करें I

यदि चंद्रमा की सतह पर वास्तव में पानी मौजूद है, तो क्या यह मनुष्य के पीने योग्य है?