आज तक बहुत से रहस्यमय तथ्य हैं जिनका समाधान अभी तक नहीं हुआ है।

उनमें से एक तथ्य है कि इंसानों का ब्लड ग्रुप अलग-अलग क्यों होता है।

1900 से पहले तक माना जाता था कि सभी इंसानों का खून एक जैसा ही होता है, लेकिन 1900 में ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिक Karl Landsteiner ने पहली बार इंसानों में ब्लड ग्रुप को खोजा।

एक और रहस्यमय तथ्य है चिली के Atacama रेगिस्तान में मिले एक 6 इंच के कँकाल के बारे में। इस कँकाल के मजबूत दाँत और बड़ी खोपड़ी थी, और इसे 1970 के करीब का माना गया।

पहले तो इतने छोटे आकार के कँकाल को देख कर इसे किसी एलियन का कँकाल बताया गया लेकिन बहुत सालों तक शोध के बाद बताया गया

कि यह किसी इंसानी महिला का कँकाल है जिसे बोनेपन की बीमारी हो गई थी और उसकी मौत 6-8 साल की उम्र में हो गई होगी।

Encephalitis lethargica एक और रहस्यमयी बीमारी है जो sleeping sickness के नाम से भी जानी जाती है। यह बीमारी इंसानों के दिमाग पर असर करती है और इसकी वजह से इंसान मूर्ति की तरह बन जाता है, जिसमें वह न कुछ बोल पाता है और न ही हिल पाता है।

इस बीमारी ने 1915 से 1926 के बीच पुरे दुनिया भर में फैल गई थी। इसमें अनुमान लगाया जाता है कि 10 लाख से ज्यादा लोग इसके शिकार हुए थे, जिनमें से लगभग 5 लाख लोगों की मौत हो गई थी और बचे हुए लोगों में भी ज्यादातर लोग पहले की तरह स्वस्थ नहीं हो पाए।

इसके फैलने का कारण अभी तक पूरी तरह से समझा नहीं जा पाया है। वैज्ञानिकों ने इस बीमारी के फैलने का कारण जानने के लिए बहुत से अध्ययन किए हैं लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली है।