भोपाल। अधीनस्तों से दारू, चिकन की मांग करने वाले गुना एडीएम दिलीप मंडावी को राज्य शासन ने मंत्रालय में पदस्थ कर दिया है। वहीं अनुशासहीनता के चलते गुना एसडीएम शिवानी गर्ग के खिलाफ भी जांच शुरू हो गई है। जल्द ही उनके खिलाफ भी कार्रवाई होना है। ग्वालियर संभागायुक्त ने जांच के आदेश दे दिए हैंं।
गुना एसडीएम शिवानी गर्ग ने जिले के प्रशासनिक व्हाट्सएप ग्रुप रेवेन्यु पर एडीएम दिलीप मंडावी के खिलाफ मैसेज पोस्ट किया था, जिसमें अधीनस्थ अधिकारी-कर्मचारियों को संबोधित करते हुए लिखा था कि अगर किसी ने भी एडीएम को दारू, चिकन आदि पहुंचाया तो मेरे द्वारा आपके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। बाद में सभी को बुलाकर उनके मोबाइल से यह मैसेज डिलीट करा दिया था। साथ ही एक शिकायत प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन विभाग को भी भेजी गई थी। इसके बाद गुरुवार को एडीएम के तबादला आदेश जारी हो गए हैं।
कलेक्टर से मांगी रिपोर्ट
इस मामले में ग्वालियर संभागायुक्त बीएम शर्मा ने गुना कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी है। एसडीएम ने भी अनुशासनहीनता की है। जांच रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। संभवत एसडीएम को भी हटाया जा सकता है।
मंडावी को मंत्रालय में बतौर उपसचिव तैनात किया गया है। एडीएम मंडावी की शिकायत महिला एसडीएम शिवानी गर्ग और उनके स्टॉफ के कर्मचारियों ने जिला कलेक्टर से की थी। साथ ही एक शिकायत प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन विभाग को भी भेजी गई थी। वही राजस्व अधिकारियों के ग्रुप में 28 मई को एक मैसेज डाला गया। अधिकारियों में से ही किसी ने इस मैसेज को वायरल कर दिया। 2 दिन से यह मैसेज ग्रुप में चल रहा था। इसके बाद श्रम मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया के संज्ञान में यह मामला आया, तो उन्होंने तुरंत ही शासन तक यह संदेश भेजा। इसके बाद शासन ने अपर कलेक्टर को गुना से हटा दिया। इस कार्रवाई के बाद अधिकारियों ने भी चुप्पी साध ली।