भोपाल। प्रदेश में बिजली की उपलब्धता मांग से ज्यादा है। इसके बावजूद भी पिछले कुछ महीनों से बिजली संकट की स्थिति सामने आई, जो कि लोकसभा चुनाव में मुद्दा भी बना और विपक्ष ने सरकार को बिजली कटौती के मुद्दे पर जमकर घेरा| हालाँकि सरकार की सख्ती के बाद स्तिथि नियंत्रण में आई, लेकिन अब एक बार फिर प्रदेश के लोगों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ेगा| बारिश शुरू होने से पहले विभाग बिजली सप्लाई बंद कर मेंटेनेंस का काम शुरू करने जा रहा है| बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आईपीसी केसरी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में इस सम्बन्ध में निर्देश दिए हैं|
विभाग को बिजली लाइनों के मेंटेनेंस के लिए शटडाउन की अनुमति दे दी गई है| वीडियो कॉन्फ्रेंस में बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आईपीसी केसरी ने 24 जून तक मेंटनेंस का काम पूरा करने के निर्देश दिए हैं| अनुमति मिलने के बाद अब मेंटेनेंस के लिए रोजाना 6 घंटे बिजली की सप्लाई बंद कर मेंटनेंस का काम किया जा सकेगा| बिजली लाइनो के सुधार के लिए साल में दो बार मेंटेनेंस किया जाता है, कमलनाथ सरकार आने के बाद मेंटेनेंस का काम पहली बार शुरू होगा| हालाँकि प्रदेश में कई जिलों में मेंटनेंस का काम शुरू हो चूका है, लेकिन इस बार कंपनी देरी से मेन्टेन्स का काम कर रही है, जिससे लोगों को भीषण गर्मी में परेशान होना पड़ेगा|
साल में दो बार होता है मेंटेनेंस
प्रदेश के लोगों को भीषण गर्मी से जूझना पड़ रहा है| कूलर पंखे के भरोसे राहत की उम्मीद लगाए बैठे लोगों को परेशान होना पड़ेगा| क्यूंकि इस भीषण गर्मी में अब बिजली गुल रहेगी|विद्युत वितरण कंपनी प्री मानसून मेंटेनेंस के लिए बिजली बंद करने की तैयारी में है। इसके चलते लोगों को हर रोज घंटों परेशान होना पड़ेगा। साल में दो बार एक बार दीपावली के पहले और दूसरी बार मानसून से पहले बिजली की लाइन से लेकर ट्रांसफॉर्मर तक यानी पूरी वितरण व्यवस्था का मेंटेनेंस किया जाता है। इसमें पेड़ों की छटाई से लेकर ट्रांसफॉर्मर्स सुधारने- बदलने, डिस्ट्रीब्यूटर्स पाइंट की रिपेयरिंग आदि का काम होता है। कई जगह पर लाइन काफी गुत्थमगुत्था हो जाती है साथ ही ट्रांसफॉर्मर्स में भी कई तरह का मेंटेनेंस होता है। बारिश में इनके कारण कोई परेशानी न हो और लोगों को निर्बाध बिजली मिलती रहे इस बात को ध्यान में रखकर मानसून से पहले ही मेंटेनेंस किया जाता है।