भोपाल। नेताओं को कोई भी तकलीफ होती है वह फौरन विदेश या फिर देश की राजधानी दिल्ली में इलाज के लिए जाता हैं। ऐसे तमाम राजनेताओं की लंबी फेहरिस्त है। जो देश के सरकारी अस्पतालों को दरकिनार कर प्राइवेट और बड़े अस्पतालों में इलाज करवाने जाते हैं। लेकिन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस परंपरा को तोड़ते हुए अपने इलाज के लिए शहर का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल चुना। सालों बाद कोई वीवीआईपी इस अस्पताल की दहलीज पर इलाज के लिए पहुंचा है। इसके पीछे एक बड़ा कारण यह भी बताया जा रहा है कि नई संभागायुक्त कल्पना श्रीवास्तव ने यहां डॉ के साथ बैठक कर इलाज के लिए सख्ती से सुधार के आदेश दिए थे। जिसके बाद से यहां के हालात में बदलाव आया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकारी अस्पताल में इलाज कराने का फैसला कर एक उदाहरण भी पेश किया है, जिसकी सराहना की जा रही है।
कल्पना श्रीवास्तव के नेतृत्व में हमीदिया अस्पालत की टीम काम कर रही है। जिसने लगातार कड़ी मेहनत और गुणवत्ता में सुधार करते हुए आम जनमानस के साथ साथ वीवीआइपी के मन में भी यह भाव पैदा करने में सफलता प्राप्त की कि हम किसी भी निजी अस्पताल की तुलना में बेहतर इलाज कराने में सक्षम है। सफलता का यह सफर लगातार ऊंचे पायदान चढ़ता रहे। इसलिए हमीदिया अस्पताल को बेहतर बनाने का काम तेजी से किया जा रहा है।