भोपाल| निगम मंडलों में नियुक्ति का इन्तजार कर रहे कांग्रेस नेताओं को साधने के लिए अब सहकारी बैंकों में भी एडजस्ट करने की तैयारी की जा रही है| सहकारी विभाग ने अपेक्स बैंक के बाद सहकारी बैंकों में प्रशासक नियुक्त करने की तैयारी शुरू कर ली है। फिलहाल राजनीतिक नियुक्तियां कब होंगी इसको लेकर संगठनने चुप्पी साध रखी है| सीएम कमलनाथ इसको लेकर जल्दबाजी में नहीं है, ऐसे में नेताओं की नजर सहकारी बैंकों पर टिकी हैं।
दरअसल, प्रदेश में 15 साल बाद कांग्रेस सत्ता में आई है, ऐसे में पार्टी के बुरे वक्त में हर समय कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए जी जान लागकर काम किया है, वे नेता अब पदों की उम्मीद कर रहे हैं और अपने अपने नेताओं से सिफारिश कर रहे हैं| कई नेताओं की नाराजगी भी सामने आ चुकी है, इनमे विधायकों के भी नाम है| सरकार को इन नेताओं को साधने की कोशिश करना है और राजनीतिक नियुक्तियों में ऐसे नेताओं को मौक़ा देकर सरकार सबकों साधेगी| नेता राजनीतिक नियुक्ति की आस लगाए बैठे हैं। जब-जब राजनीतिक नियुक्तियों की सुगबुहाट हुई कोई न कोई अड़चन आ गई। वहीं सीएम भी इस मामले में जल्दबाजी नहीं कर रहे हैं| हालांकि सरकार के पास कई विकल्प हैं जिसके माध्यम से कांग्रेस को साधा जा सकता है| अब सहकारी बैंकों में भी प्रशासक नियुक्त करने की तैयारी है, इन बैंकों में कांग्रेस नेताओं को एडजस्ट किया जाएगा।
राज्य में तीन दर्जन जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक हैं। इसमें से ज्यादातर बैंकों के संचालक मंडल भंग हैं। सबसे पहले इन बैंकों में प्रशासक नियुक्त किए जाने की तैयारी है। इसके बाद अन्य बैंकों पर विचार होगा। पिछली सरकार में बैकों के कई संचालकों पर भ्रष्टाचार और अनियमितता के आरोप हैं। ऐसे में इनका हटना लगभग तय है। पिछली सरकार ने सहकारी बैंकों में अफसरों को प्रशासक बनाया था, लेकिन विरोध के चलते नियमों में बदलाव कर नेताओं को प्रशासक बनाने का प्रावधान किया गया। अब कांग्रेस सरकार इसी नियम के तहत प्रशासक तैनात कर कांग्रेस नेताओं को एडजस्ट करने की तैयारी कर रही है|