नई दिल्ली। बंगाल की सियासत का पारा चढ़ गया है। भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस आमने सामने आ गए हैं। बढ़ती हिंसा को देखते हुए भारत चुनाव आयोग ने भी बड़ा कदम उठाया है। भापजा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो में हुई हिंसा के बाद चुनाव आयोग ने बुधवार को सख्त कदम उठाते हुए गुरुवार रात 10 बजे से चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी है। यही नहीं आयोग ने राज्य के प्रधान सचिव और गृह सचिव को भी हटा दिया है।
हिंसा और न बढ़े इसके लिए आयोग ने सोशल मीडिया पर वीडियो पास्टो करने पर बैन लगा दिया है। बंगाल के ADG CID राजीव सिंह को गृह मंत्रालय भेजा गया है। चुनाव आयोग ने बयान जारी किया है। विद्यासागर की प्रतिमा को तड़ने पर आयोग ने गहरा रोष जाहिर किया है। आयोग ने कहा है कि, राज्य प्रशासन से उम्मीद है कि वह जल्द से जल्द प्रतिमा को तोड़ने वालों का पता लगाएंगे। पश्चिम बंगाल के 9 संसदीय क्षेत्रों – दम दम, बारासात, बसीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, जादवपुर, डायमंड हार्बर, दक्षिण और उत्तरी कोलकाता में कोई भी चुनाव प्रचार नहीं होगा। आयोग ने चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी है।
मंगलवार की शाम कोलकाता में बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो में हिंसा के बाद आज पश्चिम बंगाल से लेकर दिल्ली तक सियासत सुलग उठी है. टीएमसी ने ईश्वरचंद विद्यासागर की मूर्ति खंडित होने को भावनात्मक मुद्दा बना लिया. वहीं बीजेपी और टीएमसी दोनों एक दूसरे पर मूर्ति खंडित करने का आरोप मढ़ रही हैं. वामपंथी दलों का कहना है कि बीजेपी और टीएमसी के झगड़े में पूरा बंगाल जल रहा है।