नई दिल्ली।
राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद से बिना अध्यक्ष के चल रही कांग्रेस पार्टी को अब जल्द ही नया अध्यक्ष मिलने वाला है। कांग्रेस ने आगामी 10 अगस्त को पार्टी की कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक बुलाई है। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने यह जानकारी दी है। ये बैठक दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में होगी। पार्टी सूत्रों की मानें तो सीडब्ल्यूसी की बैठक में अध्यक्ष पद पर फैसला आ सकता है।
दरअसल, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद राहुल गांधी ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। राहुल गांधी अपने रुख पर अड़े रहे और स्पष्ट कर दिया कि न तो वह और न ही गांधी परिवार का कोई दूसरा सदस्य इस जिम्मेदारी को संभालेगा। हालांकि नए अध्यक्ष को चुनने के लिए बैठक के कई दौर हो चुके हैं लेकिन अब तक कोई निर्णय नहीं हो पाया है।गांधी के इस्तीफे के बाद से अगले अध्यक्ष के चुनाव को लेकर पार्टी में लगातार असमंजस की स्थिति बनी हुई है।माना जा रहा है कि सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस के नए अध्यक्ष को लेकर कोई फैसला हो सकता है। हालांकि, अभी तक पार्टी की तरफ से नए अध्यक्ष के चुनाव या किसी के नाम के चयन को लेकर कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है।
प्रियंका का इंकार
कुछ दिन पहले शशि थरूर ने कहा था कि प्रियंका का नाम अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों में रहेगा या नहीं, इसका फैसला गांधी परिवार ही करेगा। सूत्रों के मुताबिक इस मामले पर प्रियंका ने अपना पक्ष स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने एक बैठक में कहा कि मेरा नाम अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों में ना गिना जाए। प्रियंका ने वरिष्ठ नेताओं से साफ कर दिया है कि वे विकल्प नहीं हैं। वहीं राहुल गांधी ने भी कोर कमेटी के सदस्यों को स्पष्ट कर दिया है कि अगला अध्यक्ष उनके परिवार से कतई नहीं होगा।
चर्चा में इनके नाम शामिल
पार्टी में नये अध्यक्ष के चयन को लेकर जगी इन उम्मीदों के साथ ही नेतृत्व की दौड़ में शामिल चेहरों की संभावनाओं पर सियासी गुणा-भाग शुरू हो गया है। इनमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे, पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा, मुकल वासनिक और मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम चर्चा में बने हुए है।
उठ चुकी है सिंधिया को अध्यक्ष बनाने की मांग
राहुल गांधी के करीबी माने जाने ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की रेस में बने हुए है। बीते दिनों समर्थक मंत्री-विधायक और कार्यकर्ता द्वारा उन्हें अध्यक्ष बनाए जाने की मांग दिल्ली हाईकमान से की गई थी। राजधानी भोपाल में भी उनके पोस्टर भी लग चुके है। वही कांग्रेस के बड़े नेताओं ने भी युवा होने के नाते सिंधिया के नाम की वकालत कर चुके है। हाल ही में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी उनके नाम पर समर्थन दिया था और कहा था कि सिंधिया यदि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने तो यह मध्य प्रदेश के लिए गौरव की बात होगी। बैठक के ऐलान के बाद फिर सिंधिया के नाम को लेकर कयास लगना शुरु हो गए है। सियासी गलियारों में फिर सिंधिया के नाम की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है।हालांकि अंतिम निर्णय पार्टी हाईकमान को ही लेना है।फिलहाल सिंधिया विदेश दौरे पर है।