भोपाल। इंस्पेक्टर की बदसलूकी की शिकायत दर्ज कराने के बाद में नौकरी से निकाली गई आरपीएफ की महिला आरक्षक महिला आयोग जाने की तैयारी में है। उसका कहना है कि दो से तीन दिन में उसे ज्वाइन नहीं कराया गया तो वह महिला आयोग में पूरे मामले की शिकायत करेगी। इतना ही नहीं सुनवाई नहीं होने की हालत में उसने खुदकुशी जैसा कदम उठाने की धमकी भी दी है।
मूलत: उत्तर प्रदेश निवासी पीडि़ता ने बताया कि वह चार साल पहले आरपीएफ में आरक्षक पदस्थ हुई थी। डेढ़ साल पहले वह भोपाल डिवीजन के जिस स्टेशन पर थी, वहां के इंस्पेक्टर ने उससे बदसलूकी की थी। उसने इसकी रिपोटज़् जीआरपी में दर्ज कराई थी जो कोटज़् में विचाराधीन है। इस दौरान उसने अधिकारियों से कहा था कि जब तक इंस्पेक्टर को हटाया नहीं जाता, वह नौकरी पर नहीं आएगी। इसी कारण छह महीने तक नौकरी पर नहीं पहुंची। तत्कालीन आईजी ने मामले की जांच कराने का आश्वासन देते हुए उसे दोबारा ज्वांइन कराया और तबादला भोपाल कर दिया। रविवार सुबह वह ड्यूटी पहुंची तो नौकरी से निकाले जाने का लेटर थमा दिया गया। इससे दुखी होकर महिला आरक्षक आरपीएफ कमांडेंट के घर पहुंच गई, लेकिन मुलाकात नहीं हुई। इसके बाद उसने हबीबगंज स्थित डीआरएम ऑफिस पहुंचकर हंगामा किया। सूचना मिलते ही कमांडेंट भी पहुंच गए थे। खुदकुशी की धमकी देने के बाद महिला आरक्षक को अधिकारियों ने समझाईश देकर रवाना कर दिया। पीडि़ता का कहना है कि उसे न्याय नहीं मिला तो वह महिला आयोग में शिकायत करेगी।