Budhaditya Rajyog In Scorpio: ज्योतिष में बुध को ग्रहों का राजकुमार, दैत्यों के गुरू शुक्र और सूर्य को ग्रहों का राजा माना जाता है। बुध संचार, बुद्धि, तर्कशास्त्र, गणित और व्यापार के कारक माने जाते है जबकी सूर्य आत्मा व पिता के कारक होते है। बुध मिथुन व कन्या राशि के स्वामी तो सिंह सूर्य की स्वामी राशि है। शुक्र को सौन्दर्य, सुख का कारक माना जाता है, वे वृषभ व तुला स्वामी राशि है। मीन राशि को शुक्र की उच्च राशि व कन्या राशि को नीच राशि माना जाता है।वर्तमान में बुध वृश्चिक राशि में विराजमान है और 29 दिसंबर तक यही रहेंगे।सूर्य व शुक्र भी वृश्चिक में है और सूर्य 16 दिसंबर और शुक्र 20 दिसंबर को धनु में प्रवेश करेंगे। वृश्चिक राशि में बुध सूर्य की युति से बुधादित्य राजयोग और बुध शुक्र की युति से लक्ष्मी नारायण राजयोग बन गया है जो 3 राशियों के लिए बेहद शुभ साबित होने वाला है। इसका प्रभाव अल्प समय के लिए रहेगा क्योंकि दिसंबर अंत में सभी ग्रह धनु राशि में गोचर कर जाएंगे।
बुध का डबल राजयोग 3 राशियों को दिलाएगा विशेष लाभ
मिथुन राशि पर प्रभाव : बुधादित्य व लक्ष्मी नारायण राजयोग जातकों के लिए बेहद लकी साबित हो सकता है।भाग्य का साथ मिलेगा। संतान की ओर से अच्छी खबर मिल सकती है। भौतिक सुखो की प्राप्ति हो सकती है। करियर में सफलता पा सकते है। नई नौकरी की तलाश पूरी हो सकती है।नौकरीपेशा को नई जिम्मेदारी मिल सकती है। व्यापार में धनलाभ और नई डील मिलने के योग है।आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। वैवाहिक जीवन शानदार रहेगा। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। पुराने कर्ज या परेशानियों से राहत मिलेगी। परिवार ,दोस्त और सहकर्मी का साथ मिलेगा।
वृश्चिक राशि पर प्रभाव: बुधादित्य व लक्ष्मी नारायण राजयोग का बनना जातकों के लिए शुभकारी साबित नहीं होगा। लंबे समय से रुके काम पूरे हो सकते हैं।व्यापार मुनाफा कमा सकते हैं। शेयर बाजार व सट्टा में निवेश से लाभ मिल सकता है। करियर के क्षेत्र में परेशानी दूर होगी और नए अवसर मिलेंगे। मान-सम्मान में वृद्धि हो सकती है। नौकरीपेशा को वेतनवृद्धि के साथ पदोन्नति का लाभ सकती है। जीवन में खुशियों की दस्तक हो सकती है। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। जीवनसाथी के साथ चली आ रही अनबन समाप्त हो सकती है।
सिंह राशि पर प्रभाव : बुधादित्य व लक्ष्मी नारायण राजयोग जातकों के लिए सकारात्मक परिणाम ला सकता है।इस अवधि में कई क्षेत्रों में सफलता मिल सकती है। परिवार के साथ अच्छा वक्त बीत सकता है। कारोबार में मुनाफा मिल सकता है। आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगेगी। लव लाइफ अच्छी जा सकती है। परिवार वालों को कोई गुड न्यूज मिल सकती है। खर्चे बढ़ सकते है, कोई भी फैसला जल्दबाजी में ना लें। परिवार, खासकर माता-पिता के साथ समय बिताने से मन शांत होगा।
कब बनता है बुधादित्य राजयोग
- वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आदित्य का मतलब सूर्य से होता है इस तरह से जब कुंडली में सूर्य और बुध दोनों ग्रह एक साथ मौजूद हों तो बुधादित्य राजयोग बनता है।बुधादित्य योग कुंडली के जिस भाव में मौजूद रहता है उसे वह मजबूत बना देते है। कुंडली में बुध और सूर्य के एक साथ होने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है।उसे धन, सुख-सुविधा, वैभव और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।
- ज्योतिष शास्त्र में लक्ष्मी नारायण राजयोग का विशेष महत्व बताया गया है, इसे बेहद ही शुभ माना गया है। जब किसी भी राशि में बुध और शुक्र ग्रह दोनों एक साथ होते हैं, तो लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण होता है।कहते है जिसकी कुंडली में यह योग बनता है उस पर लक्ष्मी जी की कृपा बरसती है, वहां धन धान्य की वर्षा होती है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)





