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Fri, Dec 12, 2025

नए साल से पहले बुध का धनु में गोचर, 29 दिसंबर से बदलेंगे 3 राशियों के दिन, सफलता के खुलेंगे नए द्वार

Written by:Pooja Khodani
वर्तमान में बुध वृश्चिक राशि में विराजमान है और 29 दिसम्बर 2025 को बृहस्पति की राशि धनु में प्रवेश करेंगे, जो 3 राशियों के लिए बेहद लकी साबित हो सकता है। आईए जानते है इन राशियों के बारें में ...

Budh Gochar 2025: ज्योतिष में ग्रहों, नक्षत्रों और कुंडली का बड़ा महत्व होता है। हर एक ग्रह एक निश्चित समय अंतराल के बाद चाल बदलते है।इसी क्रम में ग्रहों के राजकुमार बुध नए साल 2026 से पहले एक बार चाल बदलने वाले है। वर्तमान में संचार, बुद्धि, तर्कशास्त्र, गणित और व्यापार के कारक बुध मंगल की राशि वृश्चिक में विराजमान है और 29 दिसम्बर 2025 को बृहस्पति की राशि धनु में प्रवेश करेंगे, जो 3 राशियों के लिए बेहद शुभ साबित होने वाला है।इस दौरान ग्रहों के राजा सूर्य भी धनु राशि में रहेंगे जिससे बुधादित्य राजयोग भी बनेगा। आईए जानते हैं बुध के गोचर से किन राशियों को मिल सकता है लाभ…

बुध का धनु में गोचर चमकाएगा 3 राशियों का भाग्य

मेष राशि पर प्रभाव : बुध का धनु राशि में गोचर जातकों के लिए बेहद लकी साबित हो सकता है।भाग्य का साथ मिलेगा।  किसी धार्मिक या मांगलिक कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। समाज में मान-सम्मान में वृद्धि हो सकती है। करियर में तरक्की के रास्ते खुलेंगे।इस अवधि में देश- विदेश की यात्रा कर सकते हैं। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को सफलता मिल सकती है।

कन्या राशि पर प्रभाव : बुध का धनु राशि में गोचर जातकों के लिए बेहद लाभकारी साबित हो सकता है। भौतिक सुखों और आय में वृद्धि होने की संभावना है। इस अवधि में कोई वाहन खरीद सकते हैं। नौकरीपेशा के काम की तारीख होगी। सरकारी कामों में आ रही अड़चन से राहत मिलेगी। माता और ससुरालीजनों के साथ संबंध अच्छे रहेंगे।

कुंभ राशि पर प्रभाव : बुध का धनु राशि में गोचर जातकों के लिए फलदायी सिद्ध हो सकता है। कारोबार का विस्तार बढ़ेगा और धनलाभ के योग बनेंगे। निवेश से लाभ मिल सकता है। शेयर बाजार, सट्टा और लॉटरी में लाभ हो सकता है। आय में वृद्धि होगी और नए- नए सोर्स बन सकते हैं। करियर में तरक्की के रास्ते खुलेंगे।व्यापारियों को कोई व्यवयासिक डील मिल सकती है।

कब बनता है बुधादित्य राजयोग

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आदित्य का मतलब सूर्य से होता है इस तरह से जब कुंडली में सूर्य और बुध दोनों ग्रह एक साथ मौजूद हों तो बुधादित्य राजयोग बनता है।बुधादित्य योग कुंडली के जिस भाव में मौजूद रहता है उसे वह मजबूत बना देते है। कुंडली में बुध और सूर्य के एक साथ होने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है।उसे धन, सुख-सुविधा, वैभव और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।

(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)