Shukraditya Rajyog 2025 : ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के राजा सूर्य और दैत्यों के गुरू शुक्र की भूमिका बेहद अहम मानी जाती है। सूर्य को आत्मा पिता सम्मान का कारक माना जाता है तो वही शुक्र को प्रेम, विलासिता, सुख का कारक माना जाता है। सूर्य सिंह राशि का स्वामी है। वे मेष राशि में उच्च तो तुला राशि में नीच के होते है। वही शुक्र को वृषभ व तुला राशि का स्वामी माना जाता है। वे कन्या राशि में नीच और मीन में उच्च का माने जाते है। वर्तमान में सूर्य तुला राशि में विराजमान है। 2 नवंबर को शुक्र कन्या से निकलकर तुला में गोचर करेंगे, जिससे तुला राशि में शुक्र सूर्य की युति से शुक्रादित्य राजयोग बनेगा, जो 3 राशियों के लिए लकी साबित होने वाला है। इसका प्रभाव 16 नवंबर तक बना रहेगा क्योंकि इसके बाद सूर्य वृश्चिक में प्रवेश कर जाएंगे।
शुक्रादित्य राजयोग से चमकेगी 3 राशियों की किस्मत
कर्क राशि पर प्रभाव : शुक्रादित्य राजयोग और सूर्य-शुक्र की युति जातकों के लिए शुभ सिद्ध हो सकती है। भौतिक सुखों की प्राप्ति होगी। इस अवधि में कोई प्रापर्टी और वाहन खरीद सकते हैं। नौकरीपेशा को प्रमोशन के साथ वेतनवृद्धि का तोहफा मिल सकता है।आत्मविश्वास में वृद्धि होगी । समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा।लंबे समय से अटका और रूका हुआ काम पूरा हो सकता है। माता और ससुराल वालों के साथ संबंध मजबूत रहेंगे।
धनु राशि पर प्रभाव : सूर्य शुक्र की युति और शुक्रादित्य राजयोग जातकों के लिए लकी साबित हो सकता है। इनकम में जबरदस्त वृद्धि हो सकती है। निवेश से लाभ मिल सकता है। आय में वृद्धि होगी, नए नए स्त्रोत बनेंगे।कारोबारियों के लिए समय उत्तम रहेगा। व्यापार में कोई बड़ी डील हाथ लग सकती है।नए कॉन्ट्रैक्ट और सौदे मिलने की संभावना है। आकस्मिक धनलाभ के प्रबल योग है। संतान से संबंधित शुभ समाचार मिल सकता है।
मकर राशि पर प्रभाव : शुक्रादित्य राजयोग जातकों के लिए लाभप्रद सिद्ध हो सकता है।आकस्मिक धनलाभ हो सकता है। किस्मत का पूरा साथ मिल सकता है।काम- कारोबार में तरक्की मिल सकती है।नौकरीपेशा को पदोन्नति के अवसर मिल सकते हैं। व्यापारियों के लिए समय अनुकूल रहेगा। व्यापार में विस्तार कर सकते है। आपके पिता के साथ संबंध मजबूत रहेंगे।
कब बनता है शुक्रादित्य राजयोग
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आदित्य का मतलब सूर्य से होता है जब कुंडली में सूर्य और शुक्र एक राशि में विराजमान होते है तो शुक्रादित्य राजयोग का निर्माण होता है। ज्योतिष में इस राजयोग को बेहद खास माना गया है। कुंडली में शुक्र और सूर्य के एक साथ होने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)





