मध्यप्रदेश में खाद की किल्लत ने किसानों का आक्रोश भड़का दिया है। एक ओर जहां किसान खाद के लिए दर-दर भटक रहे हैं, वहीं प्रशासनिक अधिकारी बार-बार दावा कर रहे हैं कि खाद की कोई कमी नहीं है। भिंड में इस मुद्दे ने उस समय राजनीतिक और प्रशासनिक तनाव का रूप ले लिया है, जब कलेक्टर और विधायक आमने सामने आ गए।
किसानों का कहना है कि खाद की कमी के कारण उनकी फसलों को भारी नुकसान हो रहा है। कई किसान सुबह से लंबी कतारों में खड़े होने के बाद भी खाली हाथ लौट रहे हैं। ये भी कहा जा रहा है कि कलेक्टर ने तुगलकी फरमान जारी करते हुए खाद वितरण केंद्रों को निर्देश जारी किए है कि हर किसान को सिर्फ दो बोरी खाद ही दी जाएगी। इसके बाद किसानों ने कलेक्टर पर मनमानी करने का आरोप भी लगाया है।
विधायकों ने किसानों के साथ दिया धरना
भिंड में खाद की समस्या को लेकर बीजेपी विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह किसानों के साथ कलेक्टर संजीव कुमार श्रीवास्तव से बात करने उनके बंगले पहुंचे। इस दौरान मामला इतना गरमा गया कि विधायक अपने समर्थकों और किसानों के साथ कलेक्टर के बंगले के गेट पर धरना देने बैठ गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बातचीत के दौरान दोनों पक्षों के बीच हल्की झड़प भी हुई। कुछ लोगों का ये भी कहना है कि विधायक ने कलेक्टर का मोबाइल भी छीनने की कोशिश की। इस दौरान विधायक ने कहा कि कलेक्टर बंगला खाली करें और अब खाद की बोरी यहां से बांटी जाएगी।
विधायक और कलेक्टर के बीच तनाव की खबरें
हालांकि इस मामले में एक दूसरा पक्ष भी सामने आ रहा है। कहा जा रहा है कि कलेक्टर द्वारा रेत खदानों को बंद करने से विधायक नाराज हैं। सूत्रों के मुताबिक, विधायक और कलेक्टर के बीच पिछले कई दिनों से तनाव चल रहा है। इसके अलावा ये बात भी सामने आई है कि कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव और पुलिस अधीक्षक डॉ. असित यादव के बीच भी कथित तौर पर शीत युद्ध की स्थिति बनी हुई है।
कलेक्टर से बंगला खाली करने की माँग
विधायक और किसानों के कलेक्टर के निवास के बाहर धरने पर बैठने के बाद कुछ लोगों ने कलेक्टर से बंगला खाली करने की मांग भी की। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी बात नहीं मानी जाएगी..वे धरने पर बैठे रहेंगे। इसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रभारी मंत्री प्रह्लाद पटेल ने हस्तक्षेप किया। वहीं, पुलिस अधीक्षक डॉ. असित यादव ने भी मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता की।





