भोपाल। बीजेपी के तेजतर्रार विधायक व पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आज बजट पर हुई चर्चा के दौरान सत्तापक्ष को जमकर घेरा। प्रदेश की खराब वित्तीय स्थिति का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि जहां एक ओर सरकार उन सारी सामाजिक सरोकार की योजनाओं को धन के अभाव का बहाना बनाकर बंद कर रही है वहीं मंत्रियों के बंगलों की साज-सज्जा पर पचास करोङ रू खर्च करना इस बात का प्रमाण है कि किस कदर जनता के पैसे की बर्बादी की जा रही है।
नरोत्तम ने कमलनाथ सरकार की कर्ज माफी योजना को एक छलावा बताते हुए कहा कि जब किसानों का 48 हजार करोड़ पर माफ होना है तो बजट में मात्र 8000 करोड़ के प्रावधान से यह आंकड़ा कैसे पूरा होगा। उन्होंने सरकार को एक बार फिर चुनौती देते हुए कहा कि सरकार सब प्रमाण यह बताएं कि किस किसान का कितना कर्जा माफ हुआ है, आंकड़ों की बाजीगरी में जनता को उलझाने की कोशिश ना करें।
अधिकार ही नहीं.. तो क्यों कह रहे नया कर नहीं लगाया
नरोत्तम ने कमलनाथ सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार कह रही है कि उसने कोई नया कर नहीं लगाया जबकि जीएसटी चालू होने के बाद सरकार को नया कर लगाने का अधिकार ही नहीं। इतना ही नहीं शराब और पेट्रोलियम पदार्थों पर जो टैक्स सरकार लगा स��ती है वह उसने बजट के पहले ही लगा कर अपनी कथनी और करनी में अंतर पहले ही दिखा दिया है। सरकार ने कहा कि किसान बदहाल हैं बिजली आ नहीं रही और बिजली ना आने का बहाना बीजेपी के शासन काल में खरीदे गए पुराने उपकरण बताए जा रहे हैं जबकि इन उपकरणों से बीजेपी के शासन में ही पूरी बिजली आया करती थी। सरकारी आंकड़ों का हवाला देते हुए नरोत्तम ने कहा कि किसानों के साथ हो रहे अन्याय के चलते अब तक 72 किसान आत्महत्या कर चुके हैं।