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Mon, Dec 8, 2025

भोपाल-ऑपरेशन मुस्कान ने लौटाई कई परिवारों की खुशी

Written by:Sushma Bhardwaj
इस अभियान के तहत पुलिस ने 12 साल पहले गायब हुई 13 वर्षीय बच्ची को दस्तयाब किया है। 
भोपाल-ऑपरेशन मुस्कान ने लौटाई कई परिवारों की खुशी

Bhopal Operation Muskaan

ऑपरेशन मुस्कान अभियान के तहत भोपाल पुलिस कमिश्नरेट को बड़ी सफलताएं मिली है।  दरअसल भोपाल में नवंबर में 45 नाबालिग बालिकाएं गुम हुई थी, जिन्हे पुलिस ने अभियान चलाकर  नाबालिग बालिकाओं को दस्तयाब किया है, अभियान के दौरान 11 नाबालिग बालक भी दस्तयाब हुए है। वही

मिली बड़ी सफलता 

पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर आपरेशन मुस्कान अभियान के तहत भोपाल शहर में अपहृत नाबालिक बालिकाओ की अविलंब दस्तयाबी करने एवं महिला बालिका संबंधी पंजीबद्ध मामलो मे त्वरित कार्रवाई करने पुलिस आयुक्त नगरीय भोपाल हरिनारायणाचारी भोपाल पुलिस कमिश्नरेट द्वारा माह नवंबर में 69 गुम बालिकाएं एवं 11 गुम बालको को दस्तयाब करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की हैl

पहला मामला 

थाना पिपलानी क्षेत्र निवासी नावालिग गुमशुदा वर्ष 2013 में 8 वी क्लास में पढ़ती थी। उस वक़्त उसकी उम्र लगभग 14 वर्ष थी । गुमशुदा इस दौरान पढ़ाई को लेकर अपनी माताजी जो कि टीचर थी से कहासुनी हो गई जिससे बच्ची गुस्सा होकर घर से निकली। मात- पिता की गुमशुदगी सूचना पर थाना पिपलानी में अपराध पंजीबद्ध किया गया था। प्रकरण कि विवेचना 12 बर्ष से जारी थी गुमशुदा के पतारसी के सभी प्रयास असफल थे अभी तक कई टीम गठित की गयी जिन्होने अलग अलग शहरो मे गुमशुदा की तलाश कि लेकिन सफलता हाथ न लगी। पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा चलाए जा रहे आपरेशन मुस्कान मे उक्त प्रकरण को चिन्हित किया गया एवं एक विशेष टीम गठित की गई। टीम द्वारा संदेहियो तथा गुमशुदा के परिजनो से पूछताछ की गयी लेकिन उनके द्वारा कुछ भी जानकारी नहीं दी गयी। विशेष गठित टीम को अथक मेहनत प्रयास से एक जानकारी मिली कि उक्त गुमशुदा 01 बर्ष पूर्व रायसेन में एक बच्चे और अपने पति के साथ देखी गयी थी। उसके बाद टीम को पतारसी करने के लिए एक दिशा मिल गयी और टीम द्वारा रायसेन में घूम फिर कर संदेही तथा गुमशुदा से जुडे लोगो पर नजर रखी जाने लगी । परिजनो के काल डिटेल पर नजर रखी गयी। इसी तारतम्य में टीम को रायसेन में एक व्यक्ति मिला जिसने अपना नाम न बताए जाने की शर्त पर बताया कि उक्त लडकी अपने पति और बच्चे के साथ चैन्नई में नौकरी करते हैं तथा कुछ समय पूर्व भोपाल में कुछ काम से आए। विशेष टीम द्वारा भोपाल मे संभावित स्थान में दविश दी गई गुमशुदा को दस्याब किया। बाद दस्तयाबी बालिका द्वारा अपनी 12 साल की गाथा पुलिस को सुनाई और बताया कि लडकी ने बताया कि वह घर से निकलकर भोपाल रेलवे स्टेशन पहुची और वहां से गुजरात जाने वाली ट्रेन में बैठ गई वहां गुजरात बहुत दिनों तक रेलवे स्टेशन पर रुकी एवं काम की तलाश करते रही किन्तु काम नहीं मिलने से वापस भोपाल आई, पर घर नहीं गई इसी समय रायसेन निवासी युवक जो बच्ची का परिचित था स्टेशन पर मिल गया जो कि चेन्नई में काम करता था, बच्ची ने युवक को अपनी परेशानी बताई तो लड़की लड़के के साथ चेन्नई चली गई। जब बच्ची की उम्र 18 साल पूरी हो गई तो दोनों ने शादी कर ली। इस प्रकार गुमशुदा को 13 वर्ष बाद दस्तयाब किया जा सका ।

दूसरी घटना

थाना स्टेशन बजरिया क्षेत्र निवासी 17 वर्षीय नाबालिग जो कि 12th में 98 % से पास हुई थी अपने पिता से किसी बात को लेकर अनबन हुई और बच्ची नाराज होकर जनवरी 2025 में घर छोड़ कर चली गई। थाना स्टेशन बजरिया में गुमइंसान कायम कर जांच में लिया गया। दौराने विवेचना गुमशुदा नाबालिग बालिका की तलाश हेतु दूरदर्शन, सोशल साइट्स के माध्यम से प्रसारण कराए गए। माता पिता मोबाइल की सीडीआर प्राप्त की गई। भोपाल रेल्वे स्टेशन के सीसीटीव्ही फुटेज देखे जाने पर गुमशुदा नाबालिका गोरखपुर एक्सप्रेस ट्रेन (15024) में अकेली बैठती दिखाई। भोपाल स्टेशन से प्राप्त सीसीटीव्ही फुटेज के आधार पर अलग अलग पुलिस टीम को गोरखपुर एक्सप्रेस के रास्ते में पड़ने वाले बीना स्टेशन, ललितपुर स्टेशन, झांसी उरई, कानपुर, लखनऊ, अयोध्या, मानिकपुर आदि ट्रेन रूट के लगभग 13 रेल्वे स्टेशन पर बालिका की तलाश हेतु रवाना किया गया। सभी रेल्वे स्टेशनों पर गुमशुदा के पोस्टर चस्पा किए गए, जीआरपी थानो को सूचना दी गई एवं रेल्वे स्टेशन के सीसीटीव्ही फुटेज खंगाले गए। ट्रेन में सफर करने वाले सभी यात्रियों की रिजर्वेशन चार्ट एवं मोबाइल नंबर की जानकारी डीआरएम ऑफिस से प्राप्त की गई व यात्रा करने वाले यात्रियों से गुमशुदा बालिका की जानकारी प्राप्त कर पतारसी के प्रयास किए गए। सूचना देने वाले को दस हजार रुपये का इनाम घोषित करवाया गया। दौराने विवेचना माता पिता का मोबाइल नंबर लगातार ऑब्जर्वेशन में रखा गया। पिता के मोबाइल के माध्यम से गुमशुदा बालिका की पतारसी के संबंध में एक सूचना हाथ लगने पर पुलिस टीम ने उस दिशा में कार्य करना आरंभ किया एवं अथक प्रयासों के बाद पुलिस टीम को सफलता हाथ लगी और नाबालिक बालिका को दिनांक 06.11.2025 को इंदौर से दस्तयाब कर लिया गया। बालिका ने दस्तयाबी पर बताया कि वह और पढना चाहती थी परन्तु कुछ पारिवारिक कठिनाइयों का सामना कर रही थी और इसीलिए घर छोड़कर चली गई थी। भोपाल स्टेशन से ललिलतपुर तक गई और वहां से उतरकर कुछ घंटे रुकने के बाद इंदौर चली गई। बालिका को दस्तयाब कर उसके माता पिता को सुपुर्द किया गया।

तीसरी घटना 

थाना बागसेवनिया क्षेत्रांतर्गत 07.11.2025 को थाना बगसेवनिया में सूचना प्राप्त हुई कि नाबालिग बालिका उम्र 16 साल लगभग 04 वर्ष से अचानक गायब हो गई। उक्त सूचना पर गुमइंसान कायम कर प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। प्रकरण की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए नाबालिग बच्ची की तलाश हेतु पृथक पृथक पुलिस की टीम गठित कर पतारसी शुरु की गई। वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में पुलिस की मेहनत रंग लाई और गुमशुदा बालिका को बैंगलौर से 400 किमी दूर डिन्डीगुल नामक जगह पर डॉलर फैक्ट्री से दस्तयाब कर भोपाल वापस लाया गया। बालिका ने बताया कि माँ से झगडा होने पर घर छोड़कर चली गई और भोपाल रेल्वे स्टेशन पर मद्रास जाने वाली ट्रेन में बैठ गई। रास्ते में महिला कम्पार्टमेंट में किसी महिला यात्रीगण द्वारा डिन्डीगुल नामक जगह पर फैक्ट्री में काम मिल जाना बताया जाने पर उसी महिला यात्री के साथ गुमशुदा डिन्डीगुल पहुंच गई और वहीं फैक्ट्री के आवासीय हॉस्टल में रहकर काम करने लगी। अपहृता की फैक्ट्री में एक सहेली जो कि फैक्ट्री के हॉस्टल में उसकी रूम पार्टनर थी उसके मोबाइल से अपनी इंस्टाग्राम पर फोटो डाला। नाबालिका ने दो तीन बार अलग अलग आईडी बनाकर अपने फोटो डाले थे जिसमें आवासीय हॉस्टल का बैकग्राउंड था। यह जानकारी पडोस में रहने वाले लड़के ने गुमशुदा के माता पिता को दी। इस लडके से पूछतांछ करने पर एक बार फोन कॉल आने की जानकारी दी। इस नंबर की लोकेशन सर्च की गई तो डिन्डीगुल की लोकेशन आ रही थी । कॉल करने पर फोन नंबर बंद मिला। आईएमईआई भी किया गया । डिन्डीगुल वाली लोकेशन को गूगल सर्च किया तो वह जगह फैक्ट्री टाइप की लगी जैसा कि इंस्टाग्राम की फोटो का बैकग्राउंड था । इसी मिलान के आधार पर डिन्डीगुल टीम रवाना की गई जिसके द्वारा फैक्ट्री के इलाके में सघन पूछताछ एवं तलाश कर गुमशुदा बालिका को दस्तयाब किया गया।