मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के राजा भोज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विंटर को लेकर तैयारी की गई, शीतकालीन मौसम के दौरान संभावित कम दृश्यता स्थितियों के लिए तैयारियों को बढ़ाने के लिए एक व्यापक फॉग मैनेजमेंट ड्राइ रन किया। इस अभ्यास का उद्देश्य धुंध के कारण होने वाली देरी, रद्दीकरण या विचलन के मामले में उड़ान संचालन और यात्री सुविधा को सुरक्षित, कुशल और समन्वित तरीके से संभालना था।
शामिल रही एयरपोर्ट ऑपरेशंस की तमाम टीमें
इस ड्राइ रन में एयर ट्रैफिक कंट्रोल, कम्युनिकेशन, नेविगेशन और सर्विलेंस, एयरपोर्ट ऑपरेशंस, इंजीनियरिंग, एयरपोर्ट रेस्क्यू और फायर फाइटरिंग सर्विसेज, सीआईएसएफ, एयरलाइंस, ग्राउंड हैंडलिंग एजेंसियों, भारत मौसम विज्ञान विभाग, रिफ्यूएलिंग एजेंसियों, टर्मिनल मैनेजमेंट टीमों और एयरपोर्ट कंसेशनरेज ने भाग लिया।
फॉग-रिलेटेड स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOPs) की समीक्षा
इस अभ्यास के दौरान, फॉग-रिलेटेड स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOPs) की समीक्षा की गई और इंटर-एजेंसी कोर्डिनेशन मैकेनिज्म का परीक्षण किया गया। याताई संचार और टर्मिनल तैयारियों से संबंधित कुछ छोटे अंतरालों की पहचान की गई और तत्काल सुधारात्मक उपायों के माध्यम से उन्हें संबोधित किया गया।
भोपाल एयरपोर्ट देश का तीसरा AAI एयरपोर्ट
भोपाल एयरपोर्ट ने CAT-II क्षमता के साथ उड़ान संचालन को सक्षम करने के लिए रनवे विजुअल रेंज (RVR) स्थितियों में 350 मीटर तक की कम दृश्यता में भी उड़ान संचालन करने की क्षमता हासिल की है। इससे भोपाल एयरपोर्ट देश का तीसरा AAI एयरपोर्ट बन गया है जो CAT-II सुविधाओं से लैस है।





