भोपाल। बढ़ते महिला अपराध और सुरक्षा को लेकर इन दिनों देशभर में आक्रोश देखने को मिल रहा है। मध्य प्रदेश भी महिला अपराध के मामले में अव्वल रहा है। आए दिन दुष्कर्म और अपहरण जैसी घटनाएं होती रहती है। ऐसे में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पुलिस प्रशासन को कढ़े निर्देश देते हुए महिला सुरक्षा के ठोस प्रबंधन करने और असामाजिक तत्वों के खिलाफसतत अभियान चलाने के निर्देश दिए है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुधवार को एक के बाद एक कई ट्वीट कर महिला सुरक्षा को सरकार की प्राथमिकता बताते हुए उनकी सुरक्षा व्यवस्था के उचित प्रबंध के निर्देश दिए है। सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा ‘प्रदेश में बहन-बेटियों, महिलाओं की सुरक्षा व उनको सम्मान दिलाना हमारी सरकार की प्राथमिकता है व यह हमारे वचन पत्र का प्रमुख बिंदु है। इसको लेकर हमारी सरकार निरंतर कार्य कर रही है’। प्रदेश में महिला अपराध के मामलों में हुई बढ़ोत्तरी को मानते हुए सीएम कमलनाथ ने कहा कि यह भी सच है कि पिछले कई वर्षों से हमारा प्रदेश महिलाओं के साथ अपराधों में बदनाम होकर देश भर में शीर्ष राज्यों में शामिल रहा लेकिन हम इस दाग को धोने का निरंतर प्रयास कर रहे है। हम नारो, घोषणाओं, दिखावटी अभियानो व नामो में विश्वास नहीं करते है। उन्होंने कहा कि महिलाओं, बहन- बेटियों के साथ होने वाले अपराधों को लेकर हमारी सरकार गंभीर होकर ऐसे अपराध व अपराधियों के प्रति सजग रहकर कड़ा रवैया अपनाये हुई है व इन्हें कड़ी सज़ा दिलाने के प्रति कटिबद्ध होकर निरंतर कार्य कर रही है।
सीएम कमलनाथ ने पुलिस प्रशासन को कढ़े निर्देश देते हुए कहा कि ‘पूरे प्रदेश में पुलिस प्रशासन को निर्देश कि महिलाओं, बहन-बेटियों की सुरक्षा में कोई कोताही ना बरते। ऐसी घटनाएँ व लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जावेगी। इसको लेकर पूर्व में ही निर्देश दिये जा चुके है। पूरे प्रदेश में ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ सतत अभियान चलाया जाए। साथ ही उन्होंने स्कूल -कालेज, होस्टलों के आसपास बहन-बेटियों की सुरक्षा के समुचित इंतज़ाम तथा महिलाओं के कार्यस्थलों के आसपास समुचित सुरक्षा के प्रबंध करने के निर्देश दिए। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि इस तरह की शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही हो। बहन-बेटियों से संवाद कर उनकी सुरक्षा से जुड़े सुझाव लेकर उन पर भी तत्परता से अमल किया जाए।