भोपाल।फराज शेख| क्राईमब्रांच के हवलदार महेंद्र सिंह और आरक्षक अविनाश खत्री पर लगे वसूली के आरोपों की जांच शुरू कर दी गई है। एएसपी निश्चल झारिया के अनुसार शुरूआती जांच में सामने आया कि विशाल मेगा मार्ट के पास एक गोलीकांड हुआ था। जिसमें जिया उल इस्लाम पर गोली चलाने के आरोप लगे थे। इस मामले में उसकी क्राइम ब्रांच को तलाश थी। उस पर इसी प्रकरण में फरियादी को धमकाने के भी आरोप हैं। जिस कारण उसे पूछताछ के लिए बुलाया गया था।
वसूली के आरोपों की जांच की जा रही है। वहीं जिया के पिता नसीम ने बताया कि जिया पर गोलीकांड के बाद फरियादी ने संदेह व्यक्ति किया था। हालांकि पुलिस को दिए डिटेल बयानों में उसने जिया का नाम नहीं लिया था। इस मामले से उसका कोई लेनादेना नहीं है। उल्लेखनीय है कि महेंद्र ने करीब सात माह पूर्व में जहांगीराबाद में एक जुआ पकड़ था। इस मामले में भी उस पर वसूली और फर्जी कर्रवाई के आरोप लगे थे। तब भी एक मंत्री के भाई ने आला अधिकारियों को कॉल पर उसकी करतूतों की जानकारी दी थी। आरोप था कि महेंद्र ने डब्बू नाम के एक व्यक्ति को जुए के मामले में स्पॉट पर न मिलने के बाद भी आरोपी बनाया था।
पुलिस सूत्रों का दावा है कि महेंद्र ने बाद में डब्बू से माफी मांगकर मामला सेटल किया था। सूत्रों ने बताया कि महेंद्र के दिल्ली में बैठे एक आईपीएस से करीबी संबंध हैं। क्राईम ब्रांच की पोस्टिंग से पूर्व वह ऐशबाग में पदस्थ रहा है। वहां से भी गंभीर आरोपों के बाद उसे लाइन अटैच किया गया था। पुलिस सूत्र यहां तक बताते हैं कि इससे पूर्व में वह जहांगीराबाद थाने में पदस्थ रहने के दौरान महेंद्र ने भैया उर्फ लटेरी ने बदमाश को जुआ के मामले में पकड़कर लाया था। यह कार्रवाई भी फर्जी थी और इस मामले में गंभीर आरोप लगाते हुए भैया ने कोर्ट में महेंद्र व साथियों के खिलाफ इस्तेखासा दायर कर दिया था। कोर्ट में लंबे समय तक यह प्रकरण विचाराधीन रहा था। बाद में इस मामले में भी राजीनामा हो गया था।