भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री (former cheif minister)औऱ कांग्रेस(congress) के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह(digvijay singh) के बीजेपी नेताओं पर खरीद-फरोख्त(horse trading) के आरोपों के बाद सियासी गलियारों में खलबली मच गई है।दिग्विजय के बयान के बाद बीजेपी(bjp) हमलावर हो चली है।पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव शिवराज सिंह चौहान(shivraj singh chouhaan) और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव(gopal bhargwa) ने दिग्विजय सिंह के बयान पर पलटवार किया है।शिवराज ने दिग्विजय पर सीएम कमलनाथ को ब्लैकमेल करने के आरोप लगाए है। शिवराज के बयान के बाद सियासी गर्माई गई है। कांग्रेस जमकर हमले बोल रही है।
आज मीडिया से चर्चा करते हुए शिवराज ने कहा कि दिग्विजय सिंह की आदत है कि वे झूठ बोलकर सनसनी फैलाते रहते हैं और उनका ताजा बयान भी उसी का एक अंग है ।शायद वे इसके माध्यम से मुख्यमंत्री को ब्लैकमेल करके कोई काम कराना चाहते होंगे ।उनके दिमाग में क्या चलता है, यह वही जाने। और मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता। वही गोपाल भार्गव ने कहा कि दिग्विजय झूठ फैला रहे है। अगर उनके पास कोई सबूत है तो दिखाएं।यह अपने विधायकों को एकजुट रखने की कवायद है।
क्या है मामला
दरअसल, आज सोमवार को संसद के परिसर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिग्विजय सिंह ने बीजेपी नेताओं पर मध्य प्रदेश में सरकार (Kamalnath sarkar)को अस्थिर करने का आरोप जड़ा है।दिग्विजय सिंह का कहना है कि जब से मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है बीजेपी के नेता शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) और नरोत्तम मिश्रा (narottam mishra) 25 से 30 करोङ रू में विधायकों को खरीदने की लगातार कोशिश कर रहे हैं और इस तरह से सरकार गिराकर बीजेपी की सरकार बनाना चाहते हैं। मैं बीजेपी के लोगों को सचेत कर देना चाहता हूं कि वे इसे कर्नाटक ना समझें। मध्यप्रदेश एक अलग राज्य है और यहां पर जो भी कार्रवाई हो रही है वह भी अब केंद्र के इशारे पर हो रही है ।दिग्विजय सिंह ने बीजेपी को चेतावनी देते हुए कहा कि वे ऐसे किसी भी प्रयास को सफल नहीं होने देंगे।