भोपाल। मध्य प्रदेश में 15 वीं विधानसभा के गठन के साथ ही वास्तुदोष का मुद्दा एक बार फिर गर्मा गया है। मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ के कंधे में हेयर लाइन फ्रैक्चर हुआ और उसके कुछ घंटे बाद विधानसभा की डिप्टी स्पीकर हिना कांवरे की फॉलोअप गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया। इस हादसे में उनकी फॉलोअप वाहन में सवार तीन पुलिस कर्मियों सहित चार लोगों की मौत हो गई। एक बार फिर इन हादसों के बाद विधायकों के माथे पर चिंता की लकीरें खीच गई हैं। दबी जुबान में राजनेता इसके लिए वास्तुदोष को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, हालांकि जानकार इससे इत्तेफाक नहीं रखते हैं। गौरतलब है कि मिंटो हॉल के बाद अगस्त 1996 में विधानसभा नए भवन में शिफ्ट हुई थी।
इस हादसे से डरी कांग्रेस ने विधानसभा में वास्तुदोष को दूर करने की बात कही है। बीजेपी नेताओं ने भी कांग्रेस की इस मांग पर हामी भरी है। राजनीतिक दलों को अभी भी डर है कि वास्तुदोष के कारण ही नेताओं के साथ हादसे हो रहे हैं। हालांकि, कुछ का ऐसा मानना नहीं हैं। लेकिन पूर्व में हुए घटनाक्रम को देखें तो ये मिथक हर बार पहले से और ज्यादा पक्का होता जा रहा है। इससे पहले भी कई मौके पर यह चर्चा जोर पकड़ चुकी है| अंदरखाने खूब चर्चा रही लेकिन खुलकर सभी बोलने से बचते रहे|