बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले दल-बदल का खेल तेज हो गया है। बीते रविवार (27 जुलाई 2025) को जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के पूर्व प्रदेश महासचिव और रजौली विधानसभा के प्रभारी कुणाल अग्रवाल ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। पटना स्थित सदाकत आश्रम में आयोजित इस कार्यक्रम में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावारू और प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। कुणाल अग्रवाल के कांग्रेस में शामिल होने से बिहार की राजनीति में नई हलचल पैदा हो गई है।
कांग्रेस नेताओं ने दी प्रतिक्रिया
सदस्यता ग्रहण समारोह में कांग्रेस नेताओं ने कुणाल अग्रवाल के पार्टी में शामिल होने का स्वागत किया। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावारू ने कहा कि कुणाल जैसे ऊर्जावान और लोकप्रिय नेता का कांग्रेस में आना इस बात का संकेत है कि बिहार में बदलाव की लहर चल रही है। उन्होंने विश्वास जताया कि उनके अनुभव और जनाधार से कांग्रेस को जमीनी स्तर पर मजबूती मिलेगी।
कुणाल अग्रवाल का राजनीतिक सफर
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि कुणाल अग्रवाल एक सक्रिय और प्रभावशाली राजनीतिक कार्यकर्ता हैं। वे जेडीयू के बिहार प्रदेश महासचिव रहे हैं और रजौली विधानसभा क्षेत्र में उनका मजबूत प्रभाव है। इसके अलावा, वे युवा जेडीयू में झारखंड प्रभारी, राष्ट्रीय महासचिव और राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष के पदों पर भी कार्य कर चुके हैं। राजेश राम ने उन्हें बनिया समाज का तेजतर्रार और लोकप्रिय युवा नेता बताया और कहा कि उनके आने से कांग्रेस की स्थिति मजबूत होगी।
कुणाल अग्रवाल के विचार और असर
कुणाल अग्रवाल ने कांग्रेस में शामिल होने पर कहा, “आज देश और प्रदेश को नई सोच, सामाजिक न्याय, युवाओं की भागीदारी और रोजगार की जरूरत है। कांग्रेस ही ऐसी पार्टी है जो हर वर्ग को साथ लेकर चलती है और लोकतंत्र की सच्ची प्रहरी है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा और नेतृत्व से प्रेरित होकर उन्होंने यह कदम उठाया है। उनके इस फैसले से जेडीयू को बड़ा झटका लगा है, जबकि कांग्रेस को चुनावी रणनीति में फायदा होने की उम्मीद है। सदस्यता कार्यक्रम में उनके साथ सैकड़ों युवाओं ने भी कांग्रेस जॉइन की।





