बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो चुकी हैं। इसी कड़ी में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) का राष्ट्रीय अधिवेशन दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में हुआ। अधिवेशन का उद्घाटन पार्टी संरक्षक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने किया। इस दौरान कुल 10 प्रस्ताव पारित किए गए, जिनमें दलित और गरीबों को जमीन देने से लेकर समान शिक्षा प्रणाली लागू करने तक की बातें शामिल रहीं। मांझी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि चुनाव में अब ज्यादा समय नहीं है, ऐसे में लगातार जनता के बीच जाएं और पार्टी की नीतियां बताएं। उन्होंने मजदूरों के लिए पोस्टल बैलेट की सुविधा की भी मांग की, ताकि वे भी मतदान से वंचित न रहें।
10 प्रमुख प्रस्ताव पारित
अधिवेशन में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। पीएम मोदी की मां का अपमान करने पर इंडिया गठबंधन की निंदा की गई। दलित परिवारों को पांच डिसमिल जमीन पर घर बनाने की मांग की गई। भूमिहीन परिवारों, पिछड़े-अतिपिछड़े वर्ग और भूतपूर्व सैनिकों को कृषि भूमि दिलाने की भी मांग उठी। वहीं, समान शिक्षा प्रणाली लागू करने और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को मजबूत करने पर जोर दिया गया।
मांझी का संदेश कार्यकर्ताओं को
जीतन राम मांझी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में अब केवल एक महीना बचा है। ऐसे में कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वे जनता के बीच जाएं। उन्होंने बिहार से बाहर काम करने वाले मजदूरों के लिए पोस्टल बैलेट की मांग की, ताकि वे भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शामिल हो सकें। साथ ही, मांझी ने जीएसटी दरों में कमी को गरीबों के लिए लाभकारी बताया।
मुख्यमंत्री रहते लिए फैसलों का जिक्र
मांझी ने कहा कि अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल में उन्होंने 34 महत्वपूर्ण फैसले लिए थे। इनमें गरीब और वंचितों के हित के लिए कई योजनाएं शामिल थीं। उन्होंने अफसोस जताया कि अब तक उन फैसलों को पूरी तरह लागू नहीं किया गया है। समय रहते सरकार को उन पर कार्रवाई करनी चाहिए।
संतोष सुमन का आह्वान
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार सुमन ने कार्यकर्ताओं से धैर्य और संयम बनाए रखने को कहा। उन्होंने कहा कि पार्टी उसी कार्यकर्ता को आगे बढ़ाएगी, जो जमीन पर मेहनत करेगा और जनता के बीच मजबूत पकड़ बनाएगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि विधानसभा चुनाव में पार्टी को अपेक्षा के अनुरूप सीटें मिलेंगी।





