पटना पुलिस ने मोकामा के दुलारचंद यादव हत्याकांड में बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व विधायक और एनडीए उम्मीदवार अनंत सिंह को बाढ़ के कारगिल मार्केट से गिरफ्तार कर लिया। उन्हें उनके दो सहयोगियों—मणिकांत ठाकुर और रणजीत राम—के साथ हिरासत में लेकर पटना लाया गया। पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि 30 अक्टूबर को मोकामा के तारतर इलाके में दो पक्षों के बीच भिड़ंत हुई थी, जिसमें दुलारचंद यादव की मौत हो गई।

एसएसपी के अनुसार, जांच में पता चला कि घटना के समय अनंत सिंह अपने सहयोगियों के साथ मौके पर मौजूद थे और आचार संहिता का उल्लंघन हुआ। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर पर चोट और गोली के निशान मिले, जो हत्या की पुष्टि करते हैं। अनंत सिंह को मुख्य अभियुक्त बनाया गया है और तीनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस ने कहा कि मामले में और गिरफ्तारियां होंगी तथा छापेमारी जारी है।
जांच अब बिहार पुलिस की CID के हाथों में
हत्याकांड की जांच अब बिहार पुलिस की सीआईडी के हाथों में है। सीआईडी डीआईजी जयंतकांत स्वयं घटनास्थल पर पहुंचे थे। एफएसएल टीम ने बसावन चक से सबूत जुटाए, क्षतिग्रस्त वाहनों से साक्ष्य लिए और मोकामा टाल क्षेत्र से पत्थरों के सैंपल इकट्ठे किए। ये पत्थर रेलवे ट्रैक पर इस्तेमाल होने वाले बताए जा रहे हैं, जिनसे अनंत सिंह के काफिले पर हमला हुआ था, जिससे पूर्व नियोजित हमले की आशंका जताई जा रही है।
बिहार डीजीपी से रिपोर्ट मांगी गई
चुनाव आयोग ने इस हत्या पर बिहार डीजीपी से रिपोर्ट मांगी है, क्योंकि घटना से इलाके में तनाव बढ़ गया है। दोनों पक्षों ने एफआईआर दर्ज कराई थी। बिहार में विधानसभा चुनाव के दो चरण 6 और 11 नवंबर को तथा मतगणना 14 नवंबर को होगी। इस बीच आरजेडी उम्मीदवार वीणा देवी की कार पर भी पथराव हुआ था।










