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Sat, Dec 20, 2025

मुख्य सचिव पद पर बदलाव, नीतीश सरकार ने प्रत्यय अमृत पर जताया भरोसा

Written by:Deepak Kumar
Published:
मुख्य सचिव पद पर बदलाव, नीतीश सरकार ने प्रत्यय अमृत पर जताया भरोसा

बिहार सरकार ने सोमवार को एक अहम प्रशासनिक फैसला लेते हुए प्रत्यय अमृत को राज्य का नया मुख्य सचिव नियुक्त कर दिया। वर्तमान मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा 31 अगस्त 2025 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। सरकार ने उनके रिटायरमेंट से पहले ही 27 दिन पहले इसकी अधिसूचना जारी कर दी थी। यह पहली बार है कि बिहार में नए मुख्य सचिव की नियुक्ति की अधिसूचना इतनी पहले जारी हुई हो। फिलहाल प्रत्यय अमृत को एक महीने के लिए मुख्य सचिव कार्यालय में विशेष कार्य पदाधिकारी (OSD) का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है।

एक सितंबर से संभालेंगे मुख्य सचिव का पद

1991 बैच के बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी प्रत्यय अमृत एक सितंबर 2025 से औपचारिक रूप से मुख्य सचिव का पद संभालेंगे। फिलहाल वे राज्य के विकास आयुक्त के रूप में कार्यरत हैं। अमृत लाल मीणा को सेवा विस्तार नहीं मिला, और अब उनकी जगह प्रत्यय अमृत को बिहार प्रशासन की कमान सौंपी जा रही है। गोपालगंज के मूल निवासी प्रत्यय अमृत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भरोसेमंद अफसरों में गिने जाते हैं और चुनावी वर्ष में यह जिम्मेदारी उनके लिए बेहद अहम होगी।

बेहतरीन प्रशासनिक रिकॉर्ड और नई पहलें

अपने लंबे प्रशासनिक करियर में प्रत्यय अमृत ने कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए उल्लेखनीय कार्य किए हैं। कटिहार के डीएम रहते हुए उन्होंने अस्पतालों में PPP मॉडल लागू किया। छपरा के डीएम के तौर पर सोनपुर मेला में अश्लीलता पर पाबंदी लगाई और सिनेमाघरों में CCTV कैमरे अनिवार्य किए। वे बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के पहले आईएएस अध्यक्ष बने और निगम को वित्तीय संकट से निकालकर राज्यभर में सड़कों और फ्लाईओवर का जाल बिछाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने ग्रामीण विद्युतीकरण अभियान को भी गति दी।

लंबा कार्यकाल, चुनावी वर्ष में बड़ी जिम्मेदारी

प्रत्यय अमृत का कार्यकाल 31 जुलाई 2027 तक रहेगा, यानी उन्हें बिहार के मुख्य सचिव के रूप में लगभग दो साल का लंबा समय मिलेगा। यह नियुक्ति विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हुई है, इसलिए उनसे प्रशासनिक मोर्चे पर तेज़ और पारदर्शी कामकाज की उम्मीद की जा रही है। अपने प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने दुमका में संताली भाषा सीखी और कई कठिन इलाकों में सफल प्रशासनिक नेतृत्व दिया। उनकी छवि एक ईमानदार और परिणाम देने वाले अधिकारी की रही है, जो विवादों से दूर रहते हैं।