बिहार विधानसभा चुनाव के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के विकास की तस्वीरें पेश कर जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि 2005 से पहले बिहार हर क्षेत्र में पिछड़ चुका था, जहां आधारभूत संरचनाएं ठप थीं, सड़कें टूटी-फूटी थीं और राज्य की छवि इतनी खराब हो गई थी कि बिहारी होने पर लोग शर्मिंदगी महसूस करते थे।

2005 में नई सरकार के गठन के बाद आधारभूत ढांचे पर अभूतपूर्व काम हुआ। विश्वस्तरीय सड़कें, एक्सप्रेस-वे और हाई-स्पीड कॉरिडोर बनाए गए, जिनमें जेपी गंगा पथ, अटल पथ, पटना-पूर्णिया एक्सप्रेस-वे जैसे प्रोजेक्ट शामिल हैं। इनसे आवागमन आसान हुआ, व्यापार बढ़ा और लोगों की आमदनी में वृद्धि दर्ज की गई।
आधुनिक भवनों के निर्माण पर भी जोर
ऐतिहासिक और आधुनिक भवनों के निर्माण पर भी जोर दिया गया। पटना में ज्ञान भवन, बिहार संग्रहालय, बापू टावर, गया में महाबोधि कन्वेंशन केंद्र और दरभंगा में तारामंडल जैसे भवन बिहार की नई पहचान बने। दिल्ली में नया बिहार सदन भी इसी कड़ी का हिस्सा है।
पर्यटन के क्षेत्र पर क्या
पर्यटन के क्षेत्र में राजगीर में जू-सफारी, ग्लास स्काई वॉक, ककोलत जलप्रपात का विकास और मधुबनी में मिथिला हाट जैसे कार्यों से बिहार विश्व पर्यटन मानचित्र पर उभरा। नीतीश ने कहा कि बजट 3.16 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचा है और कुशल वित्तीय प्रबंधन से सर्वांगीण विकास हो रहा है। जनता से अपील की कि किए गए कार्यों को याद रखें।










