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Fri, Dec 19, 2025

प्रशांत किशोर 55 की उम्र में बिहार में करेंगे रात बिताने का प्लान, राहुल गांधी पर कही बड़ी बात

Written by:Deepak Kumar
Published:
प्रशांत किशोर 55 की उम्र में बिहार में करेंगे रात बिताने का प्लान, राहुल गांधी पर कही बड़ी बात

बगहा: रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बुधवार को राहुल गांधी की बिहार यात्रा को लेकर जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि 55 वर्ष की उम्र में आज तक राहुल गांधी ने बिहार में एक भी रात नहीं बिताई। प्रशांत किशोर ने कहा, “अगर अब आकर बिहार में एक-दो रात बिताएंगे तो उनको बिहार का दर्द समझ में आएगा।” उन्होंने राहुल गांधी और अन्य नेताओं पर यह भी सवाल उठाया कि वे बिहार में आकर बिहारी मतदाताओं से वोट मांगते हैं, जबकि दिल्ली में बैठकर बिहारियों का मजाक उड़ाते हैं।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी पर सवाल

प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी से सीधे सवाल करने को कहा। उन्होंने बताया कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कैमरे पर कहा कि बिहारी का डीएनए मजदूरी करने के लिए है। पीके ने कहा, “अगर बिहार के लोग मजदूरी करने के लिए पैदा हुए हैं, तो बिहार में आकर वोट क्यों मांग रहे हैं। राहुल गांधी से पूछिए कि उन्होंने इस पर क्या कार्रवाई की और इसे सही या गलत बताया?” उन्होंने इसे बिहार और बिहारी की अवमानना बताया।

नीतीश और मोदी सरकार पर भी तंज

बगहा में ‘बिहार बदलाव यात्रा’ के दौरान प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नवंबर में नीतीश कुमार की विदाई तय है, इसलिए वे चुनाव से पहले अचानक सरकारी योजनाओं की घोषणाएं कर रहे हैं। पीके ने कहा, “नीतीश कुमार ने अपने 20 साल के कार्यकाल में बिहार में उद्योग नहीं लगाए, अब चुनाव से एक महीने पहले उद्योग लगाने की घोषणा कर रहे हैं। जबकि देश के प्रधानमंत्री मोदी बिहार से वोट लेकर गुजरात में रोजगार के प्लांट लगा रहे हैं।”

खराब मौसम के बीच जनसभा और संदेश

खराब मौसम के बावजूद प्रशांत किशोर ने बबुई टोला मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने लालू, नीतीश और मोदी सरकार की नीतियों पर कटाक्ष किया और बिहार में बदलाव की जरूरत पर जोर दिया। पीके ने कहा कि बिहार में उद्योग, रोजगार और जनता के वास्तविक हितों के लिए निर्णय लेने की जरूरत है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे अपने वोट का सही उपयोग करें और उन नेताओं को जवाबदेह ठहराएं, जो केवल चुनाव के समय ही योजनाओं की घोषणाएं करते हैं।