बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव का माहौल गरम है। महागठबंधन की ओर से आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को सीएम उम्मीदवार घोषित किया गया है, लेकिन उनके बड़े भाई और आरजेडी से निष्कासित तेज प्रताप यादव भी चुनावी मोड में हैं। इसी बीच तेज प्रताप के साथ गठबंधन करने वाली वीवीआईपी पार्टी के सुप्रीमो प्रदीप निषाद ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने की असली काबिलियत तेज प्रताप में है, न कि तेजस्वी में।
पढ़ाई पर उठाया सवाल, तेज प्रताप को बताया काबिल उम्मीदवार
प्रदीप निषाद ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा कि बिहार का मुख्यमंत्री पढ़ा-लिखा होना चाहिए। तेजस्वी यादव नौवीं पास हैं, जबकि तेज प्रताप अधिक शिक्षित हैं। उन्होंने दावा किया कि तेज प्रताप में नेतृत्व की क्षमता और जनसेवा का जज्बा है, जो उन्हें सीएम पद का योग्य दावेदार बनाता है। निषाद के इस बयान ने आरजेडी खेमे में हलचल बढ़ा दी है।
16 सीटों पर उतारेंगे उम्मीदवार, मुकेश सहनी को हराने की रणनीति
प्रदीप निषाद ने बताया कि तेज प्रताप यादव की ओर से 16 सीटों पर उम्मीदवार उतारे जाएंगे। इसके अलावा गठबंधन के अन्य दल भी अपनी-अपनी सीटों पर दावेदारी करेंगे। उन्होंने कहा कि कुछ सीटों पर हम खासतौर पर मुकेश सहनी की पार्टी के उम्मीदवारों को हराने के लिए चुनाव लड़ेंगे। निषाद ने सहनी पर आरोप लगाया कि उन्होंने निषाद समाज को बरगलाया और राजनीति को बिजनेस बना दिया।
“हमारे बिना सरकार नहीं बनेगी” – बड़ा दावा
प्रदीप निषाद ने दावा किया कि उनका गठबंधन बिहार की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगा और कई सीटों पर जीत हासिल करेगा। उन्होंने कहा कि उनके गठबंधन के समर्थन के बिना किसी की भी सरकार बनना मुश्किल होगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी पहली मांग होगी कि तेज प्रताप यादव को मुख्यमंत्री बनाया जाए। यह बयान बिहार की सियासत में नया समीकरण खड़ा कर रहा है।





