पन्ना, भारत सिंह यादव। पन्ना (panna) के टाइगर रिजर्व (tiger reserve) में एक बाघिन (tigress) की मौत हो गयी। इस बाघिन के 8माह के 4 शावक (cubs) हैं। मां की मौत के बाद अनाथ हुए चारों शावक गायब हो गये है। इनकी तलाश शुरू कर दी गई है। डायरेक्टर उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि अभी हम इन शावकों की तलाश (search) कर रहे हैं पर अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है क्योंकि यह शावक अपनी मां के साथ ही रहते थे इसलिए अब जंगलों (forests) में स्वच्छंद जी पाना मुश्किल है। ऐसे में हम शावकों का पता लगाकर रेस्क्यू करने की कोशिश कर रहे है। इसके बाद वाइल्ड लाइफ के विशेषज्ञ एवं उच्च अधिकारियों के मार्गदर्शन के आधार पर इन्हें कहां रखना है यह तय किया जाएगा। फिलहाल हमारी चिंता इन सभी शावकों को सुरक्षित खोजने की है हमें उम्मीद है कि हम शीघ्र ही इन शावकों को खोज पाएंगे और सुरक्षित रेस्क्यू करने का प्रयास करेंगे उन्होंने कहा कि पन्ना में शावकों को रखने का प्रबंध नहीं है लिहाजा वरिष्ठ अधिकारियों की मार्गदर्शन के आधार पर ही तय हो पाएगा कि मिलने के बाद इन्हें कहां रखना है।
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बरगडी के बाड़े में रखकर शावकों की जाए परवरिश
पन्ना टाइगर रिजर्व की बरगडी में एक विशाल एंक्लोजर बना हुआ है यहां शावकों को रखा जा सकता है क्योंकि जब सभी बाघ खत्म हो गए थे तब यह एंक्लोजर शावकों और टाइगरों के रखने के लिए बनाया गया था। पन्ना में जो टी-4 और टी-5 बाघिन कान्हा से लाकर छोड़ी गई थी वह ऐसे ही अनाथ हुई थी और मानवीय हस्तक्षेप में पले-बढ़े इन बाघों को जंगली बनाया गया था।
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यदि इन शावकों को यही पालकर जंगली बना कर पुनः जंगल में छोड़ा जाता है तो टाइगर रिजर्व के इतिहास में बड़ी सफलता मानी जाएगी। जिसका प्रयास किया जाना चाहिए। वाइल्ड लाइफ के जानकार और प्रकृति प्रेमियों ने सभी शावकों को पन्ना में ही पालने की व्यवस्था करने की मांग की है।