भोपाल/सीहोर, डेस्क रिपोर्ट।मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) का बड़ा बयान सामने आया है।सीएम शिवराज ने कहा कि कोविड काल के आपके स्थगित किये गये बिजली के बिलों को प्रदेश सरकार भरवायेगी।आपसे एक और निवेदन करना चाहता हूं कि बिजली और पानी को व्यर्थ नहीं होने देने का संकल्प लें। जितनी आवश्यकता हो, उतना ही उपयोग करें। सीएम ने नसरुल्लागंज, जिला सीहोर के गौरव दिवस कार्यक्रम के अंतर्गत 38 करोड़ रुपए से अधिक के निर्माण और विकास कार्यों का लोकार्पण और 2 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित कृषक संगोष्ठी भवन का लोकार्पण किया।
सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि मैं प्रतिदिन एक पौधा लगाता हूं और आपसे आग्रह करता हूं कि जन्मदिन, विवाह की वर्षगांठ या अन्य शुभ अवसर पर एक पौधा अवश्य लगाइये। इससे आपको खुशी मिलेगी और पर्यावरण भी बचेगा। हमें तय करना है कि अपना छोटा शहर कैसे प्रगति और विकास की दिशा में आगे बढ़े। मुझे यह कहते हुए कोई संकोच नहीं है कि यह काम मैं अकेले नहीं कर सकता, हम सबको मिलकर करना है। नसरुल्लागंज में पार्क, सड़कों, सीवेज लाइन सहित विभिन्न विकास कार्यों से हम यहां की तस्वीर बदल देंगे।
सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश के गेहूं को विदेशों में एक्सपोर्ट करने के लिए हम प्रयास कर रहे हैं, ताकि हमारे किसान भाई-बहनों को अधिक कीमत मिल सके। किसानों की समृद्धि में ही प्रदेश का विकास है। मैं 5 तारीख को मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना प्रारंभ कर रहा हूं। अगर आप छोटा-मोटा उद्योग डालना चाहते हैं तो उसके लोन की गारंटी प्रदेश सरकार लेगी। साथ ही ब्याज पर सब्सिडी भी दी जाएगी।
सीएम शिवराज सिंह ने एक बार फिर गुंडे, बदमाशों और माफियाओं को मंच से चेतावनी दी है। सज्जनों के लिए फूल से ज्यादा कोमल, लेकिन दुष्टों के लिए हमारी सरकार वज्र से अधिक कठोर है। इसलिए आजकल गुंडे, बदमाशों और माफियाओं के घरों पर बुलडोजर चल रहे हैं।नसरुल्लागंज में पार्क, सड़कों, सीवेज लाइन सहित विभिन्न विकास कार्य हो रहे हैं। हम विकास कार्यों से यहां की तस्वीर बदल देंगे।
फीस भरेगी सरकार
सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि मैं अपने बेटे-बेटियों से कहना चाहता हूं कि अगर आप मेधावी हैं, प्रतिभाशाली हैं और आपका एडमिशन किसी उच्च शिक्षण संस्थान में हो जाता है तो फीस की चिंता मत करना, आपकी फीस हम भरवाएंगे। मैं आपको आगे बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोडूंगा।मैं मां तुझे प्रणाम योजना पुनः प्रारंभ कर रहा हूं, जिसमें बेटे-बेटियों को अपने गांव की माटी लेकर देश की सीमाओं पर ले जाते हैं, वहां वह सैनिकों से मिलते हैं और देखते हैं कि हमारे बहादुर सैनिक किन परिस्थितियों में कार्य करते हैं। बच्चे देश की सीमा से वहां की माटी लेकर लौटते हैं।