Indore News : कोरोना काल में बेसहारा हुए बच्चों को सहारा देने की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा की गई थी। लेकिन उस घोषणा के बाद अब तक प्रधानमंत्री वात्सल्य योजना का कोई भी लाभ बेसहारा बच्चों को और विधवा महिलाओं को नहीं मिल पाया। अभी तक इस योजना का लाभ लेने के लिए इंदौर जिले के करीब 788 बच्चे तरस रहे हैं।
अभी तक ये सभी बच्चे सरकार से आस लगा कर बैठे है लेकिन किसी की भी उम्मीद पूरी नहीं हो रही है। इतना ही नहीं विधवा महिलाओं द्वारा भी कई बार गुहार लगाई जा चुकी है लेकिन उसका भी कोई असर नहीं हुआ। हाल ही में 219 महिलाओं ने कलेक्टर से मदद की गुहार लगाई। बताया जा रहा है कि अब एक महीने का और इंतजार पढ़ाई-लिखाई, भरण पोषण और उच्च शिक्षा का सपना रखने वाले बच्चों को करना होगा।
जानकारी के मुताबिक, दो दिन पहले 219 महिलाओं ने बच्चों के भरण पोषण और शिक्षा में मदद के लिए कलेक्टर से गुहार लगाई। साथ ही कलेक्टर का घेराव भी किया। जिसके बाद बहस लंबी चली। जिसके बाद बीते दिन कलेक्टर ने एक बैठक बुलाई जिसमें महिलाओं को सशक्त बनाने और बच्चों के लिए सुविधा जुटाने को लेकर चर्चा की गई।
अब सभी के लिए रोजगार अधिकारी, महिला बाल विकास अधिकारी, प्रायवेट कम्पनियों, उद्योग विभाग के माध्यम से प्लान बना कर तैयारी की जा रही है। इसके अलावा बैठक में जब महिलाओं ने रोजगार की बात कि तो कलेक्टर ने सभी को लोन देने की और खुद का रोजगार शुरू करने की समझाईश दी। अब देखना होगा कब तक इन सभी बच्चे और महिलों को लाभ मिल सकेगा।