नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। भारत के चहेते और प्रतिष्ठित (iconic) पहलवान, सुशील कुमार (susheel kumar) पर इस समय वक्त के काले बादल छाए हैं। आपको बता दें कि आज़ादी के बाद से सुशील कुमार अकेले ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने भारत के लिए ओलंपिक (olympic) के इंडिविजुअल इवेंट में 2 बार मेडल (double medalist) जीता है। उनके ऊपर एक मर्डर (murder) के सिलसिले में पुलिस की तहकीकात से बचने और भागने का आरोप दिल्ली पुलिस ने लगाया है। आखिर ऐसे क्या हुआ कि पिछले तीन दिनों में सुशील कुमार दिल्ली पुलिस (delhi police) की नज़रों में एक अपराधी बने हुए हैं? और उनके मिलते ही उन्हें गिरफ्तार (arrest) कर लेने का ऑर्डर क्यों है? आइए जानते हैं
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दरअसल 4 मई को सागर धनकड़, पूर्व जूनियर नेशनल चैंपियन और भारत के सीनियर नेशनल कैम्प के सदस्य को दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम के बाहर दो गुटों की लड़ाई में बेरहमी से मार-मार के मौत के घाट उतार दिया गया था। दिल्ली पुलिस के अनुसार प्राथमिक जांच में पाया गया कि ये हिंसा प्रॉपर्टी को लेकर हुई थी। उल्लेखनीय है कि सागर धनकड़ सुशील कुमार के एक अपार्टमेंट में किराए पर रहते थे। और पुलिस के अनुसार सागर से वो जगह खाली करने के लिए कहा गया था। पुलिस का कहना है कि उनके पास फोन की एक फुटेज है जिसमें स्टेडियम के बाहर सुशील कुमार के साथ अन्य लोग धनकड़ के साथ मार-पीट करते देखे जा सकते हैं।
पुलिस ने बताया कि 4 मई को हिंसा वाली रात उन्हें सूचना मिली थी कि छत्रसाल स्टेडियम के अंदर आग लग गयी है। पुलिस ने पहुंच कर देखा कि स्टेडियम के अंदर 5 गाड़ियां खड़ी हैं जिसमे से एक में डबल बैरल गन और 12 कारतूस भी है। घायल हुए लोगों को पुलिस की गाड़ी में बैठाकर पास के अस्पताल में ले जाया जारहा था तभी सागर धनकड़ ने दम तोड़ दिया। अभी तक पुलिस को सागर की मौत की असली वजह नहीं पता चल पाई है।
घायलों में से एक व्यक्ति जिसका नाम सोनू है उसने पुलिस को स्टेडियम के बाहर हुई हिंसा और उसमें पहलवान सुशील कुमार के शामिल होने की खबर बताई। इस आधार पर पुलिस ने सुशील कुमार समेत 5 अन्य लोगों पर एफआईआर दर्ज की थी। उनमें से एक 24 वर्षीय व्यक्ति प्रिंस दलाल को बुधवार को स्टेडियम के पास से गिरफ्तार किया गया था। उस वक़्त उसके पास गन भी थी। पुलिस ने बताया कि दलाल के फ़ोन में वो फुटेज है जिसमें स्टेडियम के भर हुई हिंसा कैद है।
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इस केस के इन्वेस्टिगेशन इन चार्ज ने बताया कि दिल्ली पुलिस की विभिन्न टीमें हरयाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली एनसीआर में कई बार छापा मार चुकी है। कम से कम 8-10 लोगों को अब तक आस पास के जिलों से पकड़कर इस केस की पूछताछ की जा रही है। लगभग 50 पुलिस अफसर इस मामले की जांच में जुटे हैं। इन्वेस्टिगेशन इन चार्ज ने बताया कि सभी संदिग्धों पर नज़र बानी हुई है। सुशील कुमार की लोकेशन के बारे में भी कुछ जानकारी प्राप्त हुई है और उनको हिरासत में लेने के लिए पुलिस पूरे प्रयास कर रही है।