भोपाल।
छत्तीसगढ़ के बाद मध्यप्रदेश में भी सेंट्रलाइज्ड एसी को बंद करने की मांग उठी है। कोरोना के बढते प्रभाव को देखते हुए मध्यप्रदेश मंत्रालयीन कर्मचारी संघ ने सरकारी दफ्तरों में सेंट्रलाइज्ड एसी को बंद करने की मांग की है। संघ का कहना है कि छत्तीसगढ़ शासन ने सभी शासकीय कार्यालयों में एसी बंद करने के निर्देश जारी कर दिए हैं और निजी संस्थानों को भी ऐसा ही करने का परामर्श दिया है।लेकिन अभी तक मध्यप्रदेश में उतनी गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। कर्मचारियों ने मांग की है कि अन्य राज्यों की तरह इसे एमपी में भी बैन किया जाए।
मप्र अधिकारी/कर्मचारी अध्यक्षीय मंडल के संयोजक इंजी सुधीर नायक का कहना है कि
कोरोना महामारी के परिप्रेक्ष्य में वल्लभभवन एवं समस्त शासकीय/अशासकीय कार्यालयों/संस्थानों में सेंट्रलाइज्ड एसी सिस्टम पर पुनर्विचार और वैकल्पिक व्यवस्थाओं की आवश्यकता प्रतीत हो रही है। सेंट्रलाइज्ड एसी सिस्टम के संक्रमण संबंधी ख़तरों को अभी मध्यप्रदेश में उतनी गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है जितना अन्य राज्यों में लिया गया है और जितनी गंभीरता से लिये जाने की जरूरत है।कोरोना महामारी (covid-19) की शुरुआत ही चीन के गुआंगझोउ शहर के एक सेंट्रलाइज्ड एसी सिस्टम वाले रेस्टोरेंट में खाना खाने गए 10 परिवारों से हुई थी।एक परिवार के एक व्यक्ति को संक्रमण था जिसे रेस्टोरेंट के सेंट्रलाइज्ड एसी सिस्टम ने 10 परिवारों तक पहुंचाया और फिर यही सिलसिला आगे बढ़ता गया।
इतना ही नही इंजीनियर का कहना है कि मप्र शासन के 90%प्रतिशत विभाग वल्लभभवन क्रमांक एक एवं दो में शिफ्ट हो चुके हैं। मुख्यमंत्री , मुख्यसचिव महोदय, शासन के बड़े बड़े उच्चाधिकारी वल्लभभवन क्रमांक एक एवं दो में ही बैठते हैं। शासन की तमाम उच्चस्तरीय बैठकें तथा कैबिनेट की बैठक भी वहीं पर होती है और उक्त दोनों भवनों में आज भी सेंट्रलाइज्ड एसी सिस्टम चल रहा है।यह निश्चय ही चिंता का विषय है।इसके अलावा प्रदेश के अन्य अनेक शासकीय कार्यालयों/अशासकीय कार्यालयों/ संस्थानों /माल/सुपर बाजार/होटल/रेस्टोरेंट/टाकीज/मैरिज हॉल इत्यादि में सेंट्रलाइज्ड एसी सिस्टम बड़ी संख्या में संचालित हैं जो कि सामूहिक संक्रमण के वाहक सिद्ध हो सकते हैं, ऐसे में इसे बैन किया जाना चाहिए।
कर्मचारी संघ की मांग
1.ऐहतियात के तौर पर फिलहाल वल्लभभवन क्रमांक एक एवं दो सहित समस्त शासकीय/अशासकीय कार्यालयों /प्रतिष्ठानों में अस्थायी रूप से सेंट्रल एसी बंद करने के निर्देश दिये जायें
2.गर्मी को देखते हुए कूलिंग की वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए जायें।
3.साथ ही, सेंट्रल एसी से कोरोना संक्रमण अथवा अन्य किसी भी तरह का संक्रमण फैलने की संभावनाओं और उसके बचाव के उपायों का वैज्ञानिक अध्ययन करने हेतु एक उच्चस्तरीय विशेषज्ञ समिति भी गठित की जाये तथा उक्त समिति समय-सीमा के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करें।